गाजीपुर-अंगुलियों के जोडो़ में लम्बे समय से दर्द अक्सर रुमटाइट आर्थराइटिस-डा०यादव

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गाजीपुर-जनरल फिजीशियन डा.बी.के. यादव ने गठिया रोगों में एक प्रकार की गठिया जिसको रुमटाइड आर्थराइटिस कहते है इससे ग्रसित रोगियों से अपना चिकित्सकीय अनुभव साझा किया और उन्हे सलाह देते हुए कहा कि यह एक आटोइम्यून रोग होता है जिसकी शुरुआत शरीर के अक्सर छोटे-छोटे गांठो से दर्द के रुप में होती है। रुमटाइड गठिया रोग का मुख्य लक्षण यह है कि यह शरीर में छोटे छोटे जोड़ जैसे अंगुली के जोड़ से दर्द की शुरुआत होता है। जो दोनो तरफ के अर्थात् दायें एवं बाये जोडो़ में दर्द होता है सुबह के समय इन गांठों में दर्द ज्यादा होता है तथा कुछ टहलने एवं व्यायाम या कार्य करने के बाद दर्द में कुछ आराम मिल जाता है।इससे ग्रसित व्यक्तियों की गाठों में सूजन एवं लाल पड़ जाते हैं।उम्र के बढ़ने पर दर्द और बढ़ते जाते हैं एवं गाठों की संरचना में परिवर्तन होने लगता है विशेषकर हाथ की अंगुलियों की संरचना बदलने लगती है।रुमटाइड अर्थराइटिस एक क्रोनिक डिसआर्डर है जिसकी चिकित्सा लगभग सभी व्यक्तियों में जीवन पर्यंत करना पड़ता है। यह रोग स्त्रियों में पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा मिलता है। व्यक्ति का वजन समय के साथ साथ घटता ही है। रूमटाइड आर्थराइटिस का निदान ब्लड जांच करके व्यक्ति के लक्षण के आधार पर किया जाता है। ब्लड की जांच में आर ए फैक्टर पॉजिटिव होने पर माना जाता है कि व्यक्ति को रुमटाइड अर्थराइटिस है आर ए फैक्टर पॉजिटिव होने पर व्यक्ति को नजदीक के योग्य डॉक्टर को दिखा कर चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

डॉ बी के यादव (जखनिया)
जनरल फिजीशियन
बी.ए.एम.एस.- एमडी (एन एम)
बी.एच.यू.-मोबाइल नं०7408356844

रिपोर्ट: संवाददाता (अरविन्द यादव)

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