गाजीपुर-अपहृत बालक बरामद, दो महिला व एक पुरुष गिरफ्तार

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गाजीपुर-तीन माह पूर्व सिटी स्टेशन से अगवा बालक उदय शंकर पांडेय आयु 8 वर्ष को पुलिस ने शुक्रवार की रात बड़ीबाग स्थित कांशीराम कॉलोनी के मकान संख्या 45/533 से बरामद कर लिया। अगवा करने वाली गोड़ा फुल्लनपुर की महिला ज्योति, उसके पति संतोष व शरण देने वाली रीना को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से पुलिस ने कोतवाली में पूछताछ की और शनिवार को जेल भेज दिया। उधर, बेटे से मिलते ही पिता की आंखें भर आईं।बलिया जनपद के मनियर थाना क्षेत्र के रीगवन गांव निवासी सुरेश पांडेय का पुत्र उदय शंकर तीन माह पूर्व बच्चों संग खेलते हुए ट्रेन पकड़कर गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन आ गया। यहां उसका साथियों से साथ छूट गया। स्टेशन पर किसी काम से गई ज्योति की नजर बालक पर पड़ी तो उससे पूछताछ कर वह उसे अपने घर लेकर चली गई। कुछ दिन तक साथ रखने के बाद अपने पति संतोष (जो पंजाब के भटिडा में ईंट-भट्ठे पर काम करते हैं) के पास लेकर चली गई। यहां काफी दिनों तक वह बालक से ईंट-भट्ठे पर काम करवाती रही। जब बालक घर जाने की जिद करने लगा उसे मारने-पीटने लगी। उसे लगा कि कहीं बालक भाग न जाए। ऐसे में पति के साथ मिलकर साजिश की कि क्यों न इसे लौटाने के एवज में इसके घरवालों से कुछ रुपये ऐंठ लिए जाएं। साजिश के मुताबित 16 मार्च को पति संतोष के साथ बालक को लेकर जिला मुख्यालय पहुंची। उसे अपने घर नहीं ले गई कि कहीं पोल खुल न जाए। रुपये मिलने तक अपनी एक परिचित रीना (जो पूर्व में एक साथ ईंट-भट्ठे पर काम कर चुकी) के घर गई और उसे अपना प्लान बताया और बालक को लौटाने के ऐवज में मिलने वाली रकम को बराबर हिस्से में बांट लेने का लालच देकर उसे भी साजिश में शामिल किया। साजिश के मुताबिक चार दिन पूर्व ज्योति ने बालक के पिता सुरेश पांडेय को फोन कर 20 हजार रुपये की मांग की। तीन माह बाद बालक की खबर सुनकर खुशी संग अपहरण की जानकारी से उनके होश उड़ गए। वह सीधे गाजीपुर शहर कोतवाली पंहुचे और घटना से अवगत कराया।पुलिस ने फिरौती की रकम के लिए फोन करने वाले मोबाइल नं० को सर्विलांस के माध्यम से ट्रेश करना शुरु किया। सही लोकेशन का पता चलने पर बच्चे को बरामद कर लिया।

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