गाजीपुर-उग्र होता विद्युत कर्मचारियों का आंदोलन

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गाजीपुर- विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में आज 4 सितंबर 2020 को लगातार तीसरे दिन पूरे जनपद में उपखंड स्तर पर 9 जगह चिन्हित कर पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत विरोध सभा सायं 4:00 से 5:00 तक आयोजित की गई। विरोध प्रदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि यदि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो, प्रस्ताव के पास होने के बाद गरीब, किसान, मजदूर बिजली का उपयोग करने से वंचित हो जाएंगे।क्योंकि निजी कंपनियां कोई भी काम अपने लाभ के लिए करती हैं। निजी कंपनियां अपना हित सोचेंगे और बिजली का बिल महंगा होगा जिसका सारा बोझ सम्मानित जनता के ऊपर पड़ेगा। उपखंड अधिकारी शिवशंकर जी ने कहा कि सरकार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजी करण का प्रस्ताव वापस ले अन्यथा संघर्ष, समिति के माध्यम से और तेज किया जाएगा और किसी भी कीमत पर निजीकरण मंजूर नहीं। वक्ताओं ने जनपद के दुल्लहपुर, कासिमाबाद, जमानियां, सैदपुर, नंदगंज, मुहम्मदाबाद आदि स्थानों पर भी विरोध सभा के माध्यम से निजी करण का कड़े शब्दों में निंदा किया।

सभा में मुख्य रूप से अधिशासी अभियंता आशीष चौहान, श्री शिव शंकर ,मस्टरोल संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह, खण्डीय अध्यक्ष अनुराग सिंह,अवर अभियंता मोहन लाल ,नाथूराम यादव,पत्तू राम यादव, एके सिन्हा, प्रवीण सिंह, भानू कुशवाहा, अभिषेक यादव ,नरेंद्र यादव ,जितेंद्र विश्वकर्मा, योगेश प्रजापति, अरविंद पाल, अनिल प्रजापति, प्रशांत राय, बृजेश यादव, बलवंत,संविदा के सबडिवीजन अध्यक्ष गोविंद कुशवाहा, आदिल ,जयप्रकाश ,प्रदीप सिंह, रामअवतार, छोटेलाल निषाद, सुदर्शन सहित सैकड़ों कर्मचारी इकट्ठा हुए।

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