गाजीपुर: निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर उर्वरक कदापि न बेचा जाए- जिला कृषि अधिकारी

गाजीपुर 27 जून, 2025 : कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश शासन एवं कृषि निदेशक, उ०प्र० के द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में वर्तमान खरीफ मौसम में कृषकों को निर्धारित दर पर गुणवक्ता युक्त उर्वरक सुगमता पूर्वक उपलब्ध कराए जाने हेतु आज दिनांक 27 जून, 2025 को जिला कृषि अधिकारी, गाजीपुर के कक्ष में उर्वरक विनिर्माता/प्रदायकर्त्ता कम्पनियों एवं जनपद के प्रमुख थोक उर्वरक विक्रेताओं के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में उपस्थित समस्त कम्पनी प्रतिनिधियों एवं थोक उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि मुख्य उर्वरक यूरिया, डी०ए०पी० एवं एन०पी० के० के साथ किसी भी अन्य गैर अनुदानित उत्पादों की बिक्री/टैगिंग कदापि न किया जाए। यदि कोई कम्पनी/थोक उर्वरक विक्रेता इसके लिए बाध्य करता है तो उसके विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 एवं उर्वरक (अकार्बनिक, कार्बनिक या मिश्रित) नियंत्रण आदेश 1985 के सुसंगत प्राविधानान्तर्गत नियमानुसार कठोर विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। समस्त थोक उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर किसी भी दशा में उर्वरकों का विक्रय न किया जाय। यदि किसी भी क्षेत्र से अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्रय की शिकायत प्राप्त होती है, तो सम्बन्धित के विरूद्ध इसके लिए कठोर कार्यवाही की जायेगी। इसी के साथ सभी थोक उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि जनपद को आवंटित उर्वरक के स्टाक का विक्रय जनपद के अन्तर्गत ही किया जाये। किसी भी दशा में अन्यत्र बिक्री न किया जाये। इसी के साथ निर्देश दिया गया कि समस्त थोक उर्वरक विक्रेता स्वयं एवं अपने अधीनस्थ फुटकर उर्वरक विक्रेताओं को यह निर्देशित कर दें कि वे अपने बिक्री केन्द्र पर सहज दृश्य स्थान पर उर्वरक स्टाक रेट बोर्ड अवश्य प्रदर्शित करें तथा स्टाक व बिक्री रजिस्टर को अद्यतन पूर्ण कर रखें और कृषकों को पी०ओ०एस० मशीन से निर्धारित दर पर उनकी जोत बही के अनुसार उर्वरक उपलब्ध कराए। कृषकों को बिक्री उपरान्त रसीद अवश्य उपलब्ध करायें। सभी किसान भाई को कोई समस्या/शिकायत होने पर इसकी जानकारी अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में दे, जिसका समुचित निराकरण किया जायेगा। इसी के साथ किसान भाईयों से अपील की जाती है कि वैज्ञानिक संस्तुतियों के अनुसार ही उर्वरकों का क्रय/प्रयोग करें, किसी भी दशा में आवश्यकता से अधिक उर्वरकों का क्रय/प्रयोग न किया जाय, आवश्यकता से अधिक उर्वरकों का प्रयोग करने पर खेती की लागत में वृद्धि होती है। साथ ही साथ मुदा/पर्यावरण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उच्च गुणवत्तायुक्त उत्पाद प्राप्त करने हेतु किसान भाई हरी खाद/कम्पोस्ट खाद/वर्मी कम्पोस्ट/नैनो डी०ए०पी०/नैनो यूरिया का प्रयोग करें।
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जिला सूचना कार्यालय द्वारा प्रचारित।