गाजीपुर-पाँच हजार मंहगा,25 हजार सस्ता, वाह रे सरकार

गाजीपुर। विद्युत मजदूर पंचायत की अहम बैठक आमघाट स्थित खण्ड कार्यालय पर हुई। जिसमें सभा को संबोधित करते हुवे प्रदेश अतिरिक्त प्रांतीय महामंत्री निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि विद्युत कार्यालय की सुरक्षा में लगे प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों जिनको 5 से 6 हज़ार वेतन दी जाती थी जो पिछले 10 से 12 वर्षो तक विभाग को मुस्तैदी से सुरक्षा दे रहे थे। उनको अचानक प्रबंधन द्वारा हटाकर पीआरडी एवम भूतपूर्व सैनिकों को 25000 पर रखा गया है। इन प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों के निकलने से इनके परिवारों में भूखमरी की स्तिथि उत्पन्न हो गयी है,और नाही कोई इनका दुख सुख सुनने वाला है। जबकि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी का स्पष्ट कहना है कि कोरोना काल मे किसी को भी छटनी नही किया जाएगा। मगर हमारे प्रधानमंत्री के आदेशो को ताक पर रखते हुवे विभागीय प्रबंधन द्वारा केवल गाज़ीपुर जिले से 27 प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को हटाया गया है जो बहुत खेद का विषय है,एव उसी प्रकार पूरे पूर्वांचल से विद्युत विभाग में से हज़ारो सुरक्षा कर्मियों को सेवा से हटाया गया है। जिसमे हमारे मजदूरों के सामने दो जून की रोटी को लाले पड़ गए है। श्री सिंह ने प्रबंधन निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मुख्य अभियंता विद्युत वाराणसी एव अधीक्षण अभियंता वितरण गाज़ीपुर से तत्काल हस्तक्षेप कर इन प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को भी विभाग में समायोजित करने का मांग किया। यदि प्रबंधन ने ऐसा नही किया तो संगठन को बाध्य होकर वृहद आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। सभा मे मुख्य रूप से प्रभुनाथ यादव, शिवदर्शन यादव, रामप्रवेश यादव, दिनेश यादव, राजकुमार यादव, कमलेश यादव, विनोद, बबलू, वकील अहमद, विष्णु, राकेश, प्रकाश, सुनील, अबरार अंसारी, मनीष दुबे, मोजिब, सोनू, दिनेश, अतीकुर्रहमान, राजू, हरिओम आदि लोग उपस्थित थे।