गाजीपुर: लक्ष्य निर्धारण में युवा पीढ़ी सुविधाओं को बनाएं साधन-अनुपम यादव यूपीएससी में सलेक्टेड

गाजीपुर: यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद अनुपम यादव अपने रिश्तेदार मामा चंदन यादव के घर सिधौना पहुचे थे। पुलिस विभाग के ड्राइवर बुधिराम यादव के होनहार पुत्र खुटवां निवासी अनुपम यादव ने यूपीएससी परीक्षा में 237वीं रैंक हासिल किया है। अनुपम ने बताया कि सिविल सेवा आपको अपने ज्ञान और सीख का उपयोग देश के लिए कुछ करने, समाज को कुछ वापस देने के लिए करने का अवसर देती है। इसलिए मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत कर इसे हासिल किया है। जिसे समाज सेवा के रूप में लौटना है। युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अध्ययन के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है और एक सुव्यवस्थित समय सारिणी व स्वयं पर अधिक बोझ डाले बिना विशाल पाठ्यक्रम को पूरा करने की कुंजी है। अपने दिन को अलग अलग विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए समय के खंडों में विभाजित करें। परीक्षार्थी कठिन विषयों को दोहराने या उन पर पुनः विचार करने के लिए पर्याप्त लचीलापन रखें। सीमित साधनों से भी बड़े लक्ष्य सफलतापूर्वक पाये जा सकते है। विद्यार्थी सुबह का समय समाचार पत्र और संपादकीय पढ़ने के लिए, दोपहर का समय मुख्य विषय के अध्ययन के लिए तथा शाम का समय पुनरावृत्ति और अभ्यास परीक्षणों के लिए निर्धारित करें। छठवीं बार में सफलता पाने वाले अनुपम ने बताया कि यूपीएससी की तैयारी एक लंबी यात्रा है जो अक्सर दो साल या उससे अधिक समय तक चलती है। गति शीलता बनाए रखने के लिए निरंतरता महत्वपूर्ण है। नियमित ब्रेक, ध्यान या हल्के व्यायाम मानसिक थकान को रोकने में मदद कर सकते हैं। सकारात्मक मानसिकता विकसित करना, प्राप्त करने योग्य अल्पकालिक लक्ष्य निर्धारित करना, तथा छोटी छोटी सफलताओं पर पुरस्कार पाना भी प्रेरणा बनाए रखने में सहायक होता है। पंकज मिश्रा, अक्षत कुमार, करुणाशंकर, अखिलेश मिश्रा, अनिल सिंह, तेजप्रताप यादव, श्रवण मिश्र रहे।