गाजीपुर-विधायक विरेन्द्र यादव की फेसबुक आईडी हैक

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गाजीपुर। पुलिस की साइबर सेल किस तरह से काम करती है, इसकी बानगी एक बार फिर से देखने को मिली, जब हैकरों ने अबकी बार सीधे विधायक वीरेंद्र यादव की आईडी को ही हैक कर लिया। अब तक साइबर हैकर अधिकांश पुलिसकर्मियों या आम जनता की फेसबुक आईडी को हैक करते हुए उनके सगे संबंधियों से अर्जेंट बताकर रूपए की मांग करते थे। व्यक्ति के रसूख को देखते हुए कईयों के जानने वाले बिना उनसे फोन पर बात किए दूसरी तरफ से बताए गए पेटीएम खाते में रूपए भी दे देते थे। अबकी बार हैकरों ने जंगीपुर विधायक वीरेंद्र यादव की आईडी को हैक कर लिया और उनके परिचितों से रूपयों की मांग करने लगे। जैसे ही विधायक को इस बात का पता चला, उन्होंने अपील किया कि कोई भी रूपया न दे। उनकी आईडी हैक हो चुकी है। इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत एसपी से भी की। गौरतलब है कि अब तक कई रसूखदारों व कई पुलिसकर्मियों की आईडी को हैक कर रूपए मांगे जा चुके हैं। ये हैकर जान बूझकर ऐसे लोगों की आईडी चुनते हैं, ताकि उनके रसूख को देखकर लोग बिना ज्यादा पूछे रूपए दे दें। कई तो जाल में फंस भी जाते हैं। इस मामले में कई बार शिकायत हो चुकी है लेकिन आज तक पुलिस की साइबर सेल इन हैकरों में से किसी को भी नहीं पकड़ सकी। ये हैकर भी पुलिस की लचर कार्यप्रणाली से इस कदर वाकिफ होते हैं कि अगर रूपया मांगने पर दूसरी तरफ से उन्हें पुलिस की कार्रवाई के बाबत धमकाया जाए तो वो टका सा जवाब देते हैं कि ठीक है, कर दो शिकायत। यानी इन्हें भी भरोसा होता है कि पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकती। जबकि पुलिस चाहे तो जिस नंबर से पेटीएम अकाउंट बनाया जा रहा है, उस नंबर के मोबाइल का पहले आईपी एड्रेस पता करे और फिर उस मोबाइल में लगने वाले हर सिम का नंबर निकलवाकर हैकरों का पता लगा सकती है। बावजूद इसके, साइबर सेल की हीलाहवाली के चलते आज तक कोई भी हैकर पकड़ा नहीं जा सका है। अब देखना ये है कि सपा विधायक के मामले में पुलिस क्या करती है?

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