ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर: शिक्षा माफिया व भाजपा जिला उपाध्यक्ष पर आरटीआई कार्यकर्ता का गंभीर आरोप

गाजीपुर। आरटीआई कार्यकर्ता जितेन्द्र यादव द्वारा भाजपा जिला उपाध्यक्ष विपिन सिंह पर जान से मारने की धमकी देने व असलहा लेकर दौड़ाने का आरोप लगाये जाने के बाद क्षेत्र में गहमा-गहमी का माहौल कायम हो गया है। एक तरफ जहां आरटीआई कार्यकर्ता अपने बयान पर अडिग है वहीं दूसरी ओर विपिन सिंह का कहना है कि उन पर लगाया गया आरोप सरासर बेबुनियाद है। विपिन सिंह के अनुसार आरटीआई के आड़ में जितेन्द्र यादव उनसे धनउगाही करते है, जिसका विरोध करने पर वह उनके ऊपर झूठा आरोप लगा रहे है। हालांकि जितेन्द्र यादव द्वारा घटना के सम्बंधित विडियो क्लीप भुड़कुड़ा पुलिस को सौंप दी गई है। पुलिस ने इस मामले में 3 नामजद व 9 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है। मोलनापुर गांव निवासी और आरटीआई कार्यकर्ता जितेंद्र यादव ने पुलिस को तहरीर और वीडियो क्लीप देते हुए कहा कि कुड़िला में एक विद्यालय कागजों पर संचालित होता है। आरोप है कि संस्थान की ओर से फर्जी तरीके से मैनेजमेंट कोर्स की मान्यता नहीं होने से सभी वर्गों के छात्रों की छात्रवृत्ति और शुल्क पूर्ति का गबन किया गया है। इसके उजागर करने पर संस्था के प्रबंधक विपिन कुमार सिंह और प्रकेश सिंह निवासी जमानिया मंगलवार की शाम साढ़े छह बजे उसके घर पर करीब 14 लोगों के साथ असलहे से लैस होकर धावा बोल दिए। जान से मारने की धमकी दिए। बाद में असलहा लहराते हुए भाग निकले।
इनसेट

इस मामले को लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष विपिन सिंह ने भी अपना एक विडियो वायरल किया है जिसमें उनके द्वारा बताया जा रहा है। आरटीआई कार्यकर्ता जितेन्द्र यादव व खालिद दोनों मिलकर लोगों को ब्लैकमेल करते है। आरटीआई के माध्यम से यह लोग सूचना प्राप्त कर क्षेत्र के सम्भ्रांत लोगों से धनगाही करते है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है। यहां सिर्फ धनउगाही का मामला है। यह दोनों हमेशा से उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश करते चले आ रहे है। उनका एक मामला हाईकोर्ट में विचारधीन भी है। फिर भी उस मामले में जितेन्द्र यादव धनउगाही का प्रयास करता है। जितेन्द्र यादव ने मेरे ऊपर असलहा लेकर दौड़ाने का आरोप लगाया है जबकि सच्चाई तो यह है कि मेरे हाथ में उस वक्त जो असलहा है वह चिड़िया कराने वाली गन है। क्षेत्र के सभी लोग इन दोनों के बारे में भलिभांति जानते है। जितेन्द्र यादव का एकसूत्रीय कार्य धनउगाही करना है। वहीं दूसरी तरफ जिस मुस्लिम के गर्दन काटने की वायरल विडियो में कहीं जा रही है उन महानुभाव का विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। जिसमें उन्होंने अपने विडियो में तमाम फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया है।

वर्जन-इस मामले में 3 नामजद व 9 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। जल्द ही पुलिस सच्चाई को सबके सामने ला देगी। धीरेन्द्र प्रताप सिंह-एसएचओ भुड़कुड़ा (सभार-डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट)