दिल्ली: उत्तर प्रदेश में दलितों की दुर्दशा के लिए बसपा जिम्मेदार है- डा०उदित राज

दिल्ली:15 अप्रैल को बहादरा, हनुमान गढ़, राजस्थान में बाबा साहेब की जयंती में शामिल होने गया । चर्चा उप्र के दलितों के हालात के बारे में हुई और उनका कहना था कि उप्र में हालात बड़े खराब हैं और आए दिन दलितों पर अत्याचार हो रहा है । इसके लिए मुख्य रूप से बीएसपी जिम्मेदार है । बीजेपी कभी सत्ता में न आती लेकिन तीन बार उप्र में साझा सरकार बनाने के कारण जो दलित बीजेपी से दूर रहते थे वो नज़दीक आए । दूसरा बड़ा कारण मंत्री, एमएलए, एमपी, कोऑर्डिनेटर और पदाधिकारी जमीन पर ग़ुलाम की तरह बैठाए गए और केवल सुश्री मायावती सिंहासन पर तो इससे और मनोबल टूटा । कोई भी दल सबको रोज़ी- रोटी नहीं दे सकता है लेकिन नेता और कार्यकर्ता बराबर बैठ सके , बोलने या बात रखने की आज़ादी हो , मीडिया में अपनी बात रख सके , स्थानीय मुद्दे पर धरना प्रदर्शन का फ़ैसला की आज़ादी , विधान सभा ,लोक सभा , ज़िला स्तर पर अन्य दलों जैसा पदाधिकारी को संगठन बनाने और नियुक्ति का अधिकार न हो तो क्या वो सवर्ण समाज का मुक़ाबला कर पाएगा । जब ख़ुद का नेता पाँव में रखे तो कहा से हिम्मत आएगी को वो दूसरों का मुक़ाबला कर सके । उप्र में कोई कहे जागृति हुई , बिल्कुल गलत है । जहाँ बीएसपी का प्रभाव नहीं पहुँचा बल्कि वहाँ के दलित ज़्यादा मज़बूत हैं । केवल इमोशनल ब्लैक मेल करना कि बाबा साहेब का अपमान हुवा और किसी अधिकार को लेकर संसद से लेकर सड़क तक चुप्पी से कुछ नहीं होने वाला है । सत्ता जब तक न मिले तब तक चंदाखोरी, टिकट की सौदेबाजी, जन्मदिन मनाना और बूथ बनाने में ज़िन्दगी लोगों की गुज़र गई, जो भी मिला था वो भी चला जाता रहा ।(श्रोत -डा०उदित राज के ट्विटर अकाउंट से)