गाजीपुर- प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका गाजीपुर के अधिशासी अधिकारी उमेश चंद्र ने कोतवाली में प्रार्थना पत्र पत्रांक 906/23 प्रा. रिर्पोट दिनांक 06.08.18 को सदर कोतवाली में दिया था। जिसमें अधिशासी अधिकारी ने बताया कि बी.एन. डब्लू रेलवे पत्र संख्या 267 XX11/V 2/7, दिनांक 2 जून 1941 को म्युनिसपिल्टी को जमीन दिया था। जिसपर अराजीयात नम्बरान 191/2, 192/2, 193/1, 196/2 व 199/1 जो खतौनी वर्ष 1959 फ. में मालिकान म्युनिसपिल्टी गाजीपुर के पक्ष में दर्ज हुआ। जिसको प्यारेलाल, हीरालाल, विजय कुमार पुत्रगण शिवपूजन अग्रहरी निवासी मुहल्ला रूईमण्डी शहर गाजीपुर ने अराजीयात नंबरो को जालसाज करके फर्जी कागजात के आधार पर जमीन हड़पने के लिए नगर पालिका के जमीन पर निर्माण साम्रगी को गिराया बाद में नगर पालिका के जमीन को सुरेंद्र प्रसाद पुत्र रामजी जायसवाल निवासी गायत्री नगर नबाब साहब का फाटक शहर गाजीपुर विनोद कुमार पांडेय पुत्र नंदलाल पांडेय निवासी रूईमण्डी शहर गाजीपुर संजय अग्रहरी पुत्र जगदीश अग्रहरी निवासी महाजन टोली गाजीपुर को बेंच दिया। जिससे नगर पालिका की क्षति हुई है। अधिशासी अधिकारी उमेश चंद्र के प्रार्थना पत्र पर कोतवाली पुलिस द्वारा महीनो विचार न करने पर नगर पालिका ने पुन: 1 सितंबर को अपने प्राथना पत्र का रिमाइंडर लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र लिखा जिसमें भू-माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का मांग किया गया। करीब 18 दिन बीत जाने के बाद भी एसपी के पहल पर अभी तक एफआईआर दर्ज नही हुआ। इस संदर्भ में शहर कोतवाल ने बताया कि इसके बारे में हमें जानकारी नही है पता करके बतायेंगे। अधिशासी अधिकारी उमेश चंद्र ने बताया कि मुहर्रम के बाद कोतवाली में बैठकर पुलिस से बात करके निश्चित ही एफआईआर कराऊंगा।