लखनऊ-पुर्व मंत्री पर रेप का मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला की बेटी गिरफ्तार

लखनऊ- गोमती नगर विस्तार पुलिस के मुताबिक मूल रूप से चित्रकूट की रहने वाली महिला ने 26 अक्टूबर 2016 को गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें महिला ने आरोप लगाया था कि बबलू सिंह, आशीष शुक्ला व एक अन्य व्यक्ति ने उसका रेप किया है। इसी मामले में महिला ने तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर भी रेप का आरोप लगाया था। इस केस में बयान बदलने के लिए गायत्री प्रजापति ने अपने कंपनी के डायरेक्टर बृजमोहन चौबे की जमीन महिला के नाम लिखवा दी। यही नहीं गायत्री प्रजापति की कंपनी में डायरेक्टर रहे बृज मोहन चौबे से महिला पर दो करोड़ रुपए मांगने का आरोप भी लगाया था। बृजमोहन चौबे की तहरीर पर गायत्री प्रजापति प्रजापति के खिलाफ पुलिस पहले ही चार्जसीट दाखिल कर चुकी है। महिला के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। इससे पहले भी महिला को मार्च 2022 में गोमती नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। महिला पर आरोप था कि रेप के केस में कोर्ट द्वारा बार-बार बुलाए जाने पर भी गवाही देने नहीं पहुंच रही थी। जिस पर कोर्ट ने महिला के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया था।

गाजीपुर पुलिस रविवार 11 दिसंबर 2022को धोखाधड़ी में महिला की वांछित बेटी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की मां ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी पैरवी के लिए नियुक्त किए गए अधिवक्ता को फीस नहीं दी गई थी, साथ ही आरोपी युवती की मदद से दो मकान और प्लाट की फर्जी रजिस्ट्री भी कराई गई थी। स्पेक्टर गाजीपुर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि रविवार की सुबह 22 वर्षीय युवती को आशियाना स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी युवती के खिलाफ 10 सितंबर 2020 में इंदिरा नगर निवासी अधिवक्ता दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें युवती, उसकी मां के अलावा पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति जी आरोपी थे। अधिवक्ता दिनेश ने महिला की तरफ से पूर्व मंत्री के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे में वकालतनामा दाखिल किया था। आरोप है कि महिला ने मंत्री से सांठगांठ कर ली थी इस बात का पता चलने पर अधिवक्ता दिनेश ने एतराज जताया था। जिसके बाद महिला ने उनकी जगह दूसरे अधिवक्ता को नियुक्त किया था। दिनेश ने मुकदमा लड़ने के बदले फीस मांगी थी जिसे देने को आरोपी महिला तैयार नहीं थी। इसी बीच दिनेश को पता चला कि महिला ने अपनी बेटी के नाम पर दो प्लाट और मकान की रजिस्ट्री फर्जी कागजों के सहारे कराई है।स्पेक्टर सुनील कुमार सिंह के मुताबिक फर्जीवाड़े के संबंध में अधिवक्ता दिनेश की तरफ से दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच मे महिला की 22 वर्षीय बेटी की भूमिका मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।