वाराणसी-मौत के सौदागरों को पुलिस मुठभेड़ में मिली मौत

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वाराणसी- बिहार से फरार दुर्दांत अपराधियों को वाराणसी पुलिस ने सोमवार को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दरोगा को गोली मारकर उसकी पिस्टल,पर्स व मोबाईल छिनकर फरार तीन सगे भाइयों में से एक मौका पाकर फरार हो गया। वहीं इस सफलता पर डीजीपी ने पुलिस टीम को दो लाख का इनाम दिया है । इस मुठभेड़ में शामिल दो सब इंस्पेक्टर्स को पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने उनकी बहादुरी का इनाम देते हुए चितईपुर और लोहता थाने का प्रभार दिया है । दोनों 2017 बैच के युवा दरोगा हैं।
इस सम्बन्ध में लखनऊ में प्रेस से बात करते हुए डीजीपी डॉ डीएस चौहान ने कहा कि वाराणसी में हमारे बहादुर सब इंस्पेक्टर अजय यादव को गोली मारकर उनकी सर्विस पिस्टल लूटने वाले बदमाशों को वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है । उन्हे पकड़ने के लिये ऑपरेशन पाताल लोक चलाया गया था।उन्होने कहा हमने तय कर लिया था कि राजनीश सिंह उर्फ बऊआ, मनीष सिंह तथा फरार लल्लन सिंह निवासी ग्राम गोलवा जिला समस्तीपुर बिहार को हमने यह तय कर लिया था कि बदमाशों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे।
उन्होने बतय कि मारे गए दोनों बदमाश समस्तीपुर बिहार के रहने वाले हैं और सगे भाई थे। इस दौरान इनका एक भाई मौके से फरार भी हुआ है । ये तीनों बदमाश बिहार में ज्यूडिशियल कस्टडी से भागे थे और पूर्व में बिहार में दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर चुके थे साथ ही बिहार में तीन पुलिसकर्मियों के सरकारी असलहे लूट चुके थे।
इन अपराधियों ने दो बैंक डकैती के दौरान पांच आम नागरिकों की भी हत्या की थी। हमने अपनी स्ट्रेटजी के तहत इन्हें वाराणसी से निकलने नहीं दिया। हमारे दरोगा की लूटी हुई पिस्टल बरामद हो गई है। मारे गए बदमाशों से एक फैक्ट्री मेड पिस्टल भी मिली है।
जीडीपी ने वाराणसी पुलिस कमिश्नर और उनकी टीम की सराहना करते हुए कहा “उन्होंने और उनकी टीम ने बेहतरीन काम किया है। ये नया उत्तर प्रदेश है, जहां अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। मैं यूपी की जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाता हूं।”
वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बिहार के दो शातिर अपराधियों को ढेर करने वाले बहादुर एसआई बृजेश मिश्रा को थानाध्यक्ष चितईपुर और एसआई राजकुमार पाण्डेय को थानाध्यक्ष लोहता का ने प्रभार दिया है।

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