लखनऊ- उत्तर प्रदेश मे सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी मे एक तरफ अपनी ईमानदारी और उत्तम चरित्र के लिए बिख्यात प्रोफेसर रामगोपाल यादव और उत्तर प्रदेश के विकासवादी सोच के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव है तो दुसरी तरफ प्रोफेसर रामगोपाल यादव के अनुसार व्यभिचारी और भ्रष्टाचारी लोग है। उत्तर प्रदेश का बच्चा- बच्चा समाजवादी पार्टी के किस नेता का क्या चरित्र है , बहुत अच्छी तरह से जानता है। अब तक जिस बात को लोग आँफ द रिकॉर्ड कहते थे उसे प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने आँन द रिकॉर्ड खुलेआम पत्र के माध्यम से सार्वजनिक कर दिया है।
राजनीति के चतुर खिलाड़ी सपा सुप्रीमो मुलायम सिह यादव आज एक ऐसे दो राहे पर खडे है जहाँ एक तरफ सभी जाति के युवाओं के चहेते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश की चूनाव जिताऊ छबि है तो दुसरी तरफ समाजवादी पार्टी के खजाने पर कूंडली मारे बैठे शिवपाल यादव है। चूनाव जितने के लिए अच्छी छवि की जितनी आवश्यकता है उतनी ही धन की भी आवश्यकता है। अब देखने की आवश्यकता यह है कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिह अच्छी छवि के अखिलेश को महत्व देते या धनपति शिवपाल को महत्व देते है।