गाजीपुर – नोनहरा थाना क्षेत्र के जानूपुर गांव निवासी हीरालाल चौहान (45) करीब दो वर्ष पहले नौकरी के लिए खाड़ी देश सउदी अरब गए। वहां उनको अलसद अलसउदिया स्थित मेटल रिसाइक्लिंग प्लांट कंपनी लिमिटेड में सावल आपरेटर (लोडर चालक) का काम मिला। करीब ढाई माह पहले छह मई को वह वाहन बैक कर रहे थे, इसी दौरान पीछे बैठे बंग्लादेश के रहने वाले हारून नाम के युवक की धक्का लगने से मौत हो गई। उसके बाद वहां की पुलिस ने हीरालाल पर मुकदमा दर्ज कर थाने में बंद कर दिया। वह तभी से उस थाने में ही बंद हैं। इसकी जानकारी यहां परिजनों को हुई तो वह हीरालाल को जेल से रिहा करने की गुहार लगाए। बाद में वह जिस कंपनी में काम करता था उस कंपनी का मालिक डेढ़ लाख रियाल यानी 27 लाख रुपये की मांग की। जब पीड़ित ने यह कहते हुए कि इतने रुपये मेरे परिजन नहीं दे सकते पैसा देने में असमर्थता जताई तो कंपनी मालिक ने शर्त रखी कि अगर व्यवस्था नहीं हो पा रही है तो धर्म परिवर्तन कर लो छूट जाओगे। अब परिजन मुसीबत में पड़ गए हैं कि कहां से इतने रुपये की व्यवस्था की जाए। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। उसको छुड़ाने के लिए काफी भाग दौड़ किए लेकिन बात नहीं बनी। पिता जयराम चौहान ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपने पुत्र के रिहाई की गुहार लगाई है। वहीं बंद हीरालाल का एक आडियो और एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में हीरालाल एक बाथरूम में बैठकर अपनी व्यथा सुनते देखे जा रहे हैं। उसे यह भी कहते हुए सुना जा रहा है कि थाने में उसके साथ बहुत ज्यादती की जा रही है। भाई के साथ सउदी के जेल में ज्यादती से पूरा परिवार सदमे में है। डेढ़ लाख रियाल (करीब 30 लाख रुपये) या धर्म परिवर्तन की शर्त से यह बात साफ है कि वहां भाई महफूज नहीं है।
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