गाजीपुर-प्रधान व सचिव के मन में खोट

गाजीपुर-ग्राम प्रधान और सचिव मिलकर कैसे वासीयों को मुर्ख बनाते है इसका एक छोटा सा नमूना यदि आप को देखना हो तो ग्राम सभा मुबारकपुर नेत,पोस्ट अलावलपुर ब्लाक व तहसील कासिमाबाद आइए।यहां ग्राम पंचायतभवन और सामुदायिक शौचालय का निर्माण ग्राम सभा की जमीन को छोड़कर किसी के निजी जमीन पर दान पत्र लिखवाकर बनाया जाय ? क्या यह सही है ? इससे पहले भी इस ग्राम सभा में एक मैरिज हाल भी जमीन दान लेकर बना था जोकि निजी जमीन पर बनाया गया । आज उस मैरिज हॉल का पूरे ग्राम सभा के लोग लाभ नहीं ले पाते हैं वह निजी बनकर रह गया है उसी तरह आज पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय बनाया जा रहा है निजी जमीन पर, वह भी निजी बन के रह जाएगा ग्रामवासी उसका भी उपयोग नहीं कर सकते हैं जब की ग्राम सभा में तमाम ग्राम सभा की जमीन पड़ी हुई हैं लेकिन ग्राम प्रधान व लेखपाल महोदय उस जमीन को निकालना तो दूर उस पर पहल भी नहीं कर पा रहे हैं कि कहां आबादी है ? कहां कोट है? तमाम चीजें जो कि ग्रामसभा की जमीन पर अगर होती है अगर इन सब चीजों का ग्राम सभा के जमीनों पर कार्य किया जाता तो शायद समस्त ग्रामवासी इन सभी मूलभूत सुविधाओं का लाभ ले पाते हैं ।