गाजीपुर-अतुल बरनवाल का यूं दुनिया से जाना, काफी खलता है-अमित सिंह

गाजीपुर-बड़े ही दुःखी मन से बताना पढ़ रहा है कि “गौतम स्पोर्ट्स एकेडमी,गैबीपुर(गाजीपुर) में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली राज्य स्तरीय ताईक्वांडो खिलाड़ी जान्हवी बरनवाल के पिता अतुल बरनवाल जी का कल रात स्वर्गवाश हो गया, वे करीब 40 वर्ष के थें और पिछले एक हफ्ते से उन्हें स्वांश लेने में काफी समस्या आ रही थी, परंतु कल रात वे अपनी जिंदगी का जंग हार गएं ।
अतुल जी का यूँ असमय चले जाना जान्हवी और उनके पूरे परिवार के लिए ही नहीं बल्कि हमसबके लिए कभी भी भरपाई न कि जाने वाली छती है क्योंकि अतुल जी प्रतियोगिताओं के दरम्यान शिर्फ़ अपनी बेटी के जीत हार की सूचना प्राप्त करने के लिए ही लालायित नहीं रहते थें बल्कि टीम के सभी खिलाड़ियों विशेषकर एक एक बालिकाओं के पदक और प्रदर्शन के विषय मे जानकारी प्राप्त करते थें ।
कई जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं व अन्य कार्यक्रमोँ में वे बिना लाज लज्जा की बात सोचें मेडिकल किट ले कर स्वयं काउंटर सम्हाल लेते थें और चोटील खिलाड़ियों को कभी आइसिंग कराने लगतें तो कभी किसी की मरहम पट्टी करने लगते थें…!
खेल व खिलाड़ियों के प्रति यह सद्भावना ही थी जो वो अन्य अभिभावकों से उन्हें अलग करती थी और मेरे एकेडमी के सभी खिलाड़ियों के “अतुल चाचा” नाम से विख्यात हो गए थें…!
मुझे पचपन से अतुल बरनवाल भैया और उनके एक घनिष्ठ मित्र राजाराम यादव भैया की जोड़ी ने सही मार्ग चुनने के लिए प्रेरित किया और जहां गलती देखा वहां टोकने में भी गुरेज नहीं किये, अपना भाई समझ प्रेम करने वाले इन दो हंशो की जोड़ी भी आज टूट गई जिसका कष्ट वर्तमान में अतुल भैया के मित्र राजाराम यादव, अभिषेक नारायण सिंह सरीखे कई मित्रों को ही आत्मसात हो रहा होगा ।
अपने गाँव औड़िहार में ही स्थित एक छोटी सी मेडिकल स्टोर से अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले अतुल भैया दिल के इतने अमीर थें की अपने जीवन काल मे उन्होंने सम्बंधो की दौलत का यूँ ढेर लगा दिया था कि आज समूचे औड़िहार बाजार और सैदपुर बाजार में अतुल भैया के देहांत से लोग आश्चर्य के साथ अत्यंत दुःखी भी हैं ।
भोलेनाथ से मैं अतुल भैया के आत्मा के शांति की प्रार्थना करते हुवे उनकी बेटी जान्हवी बरनवाल के “खेल करियर” की पूरी जिम्मेवारी उठाने और अपना 100% दे कर जान्हवी को स्पोर्ट्स के जरिये अपने पैरों पर खड़ा करने का शंकल्प लेता हूँ…..!
मेरे तरफ से यही अतुल भैया को सच्ची श्रद्धांजलि होगा। (अमित सिंह के फेसबुक वाल से)