आजमगढ़-प्रधानाध्यापक की गोली मारकर हत्या

आजमगढ़- जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार की सुबह बाइक से स्कूल जा रहे कम्पोजिट स्कूल के प्रधानाध्यापक की बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। प्रधानाध्यापक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।प्रधानी के चुनाव की रंजिश में वारदात की आशंका जताई जा रही है।
कसड़ाआईमा गोड़इत पट्टी गांव निवासी संजय यादव आयु 46 वर्ष कम्पोजिट विद्यालय अखईपुर मे हेड मास्टर के पद पर तैनात थे। संजय जमीन की खरीद-फरोख्त का भी काम करते थे। गुरुवार की सुबह वह बाइक से विद्यालय जा रहे थे करीब 8:30 बजे बाईपार गांव के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने बाइक को ओवरटेक करके संजय को गोली मार दी। वारदात को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए। गोली की आवाज सुनकर एक भट्टे पर काम कर रहे मजदूर मौके पर पहुंचे।कुछ लोगों ने प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को इसकी जानकारी दी। सूचना पर पुलिस और परिजन भी मौके पर पहुंचे तथा आनन-फानन में परिजनों ने संजय को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी होते ही एसपी अनुराग आर्य,फॉरेंसिक टीम और पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की छानबीन की।प्रधानाध्यापक के भाई शैलेश यादव की तहरीर पर पुलिस ने कसड़ाआईमा गोड़इत पट्टी गांव निवासी मेवा लाल यादव पुत्र देवनारायण यादव,प्रधान धीरेंद्र यादव व बृजेश यादव पुत्र मेवा लाल यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि प्रधानी के चुनाव की रंजिश को लेकर प्रधानाध्यापक की हत्या की गई है। आरोपियों का अपराधिक रिकार्ड है। आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्यवाही की जाएगी। उनकी तलाश में पुलिस की कई टीमों को लगा दिया गया है।
संजय यादव की हत्या के बाद उनका गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।गांव में व्यापत तनाव को देखते हुए आरोपियों के घर से प्रधानाध्यापक के घर तक फोर्स की तैनाती कर दी गई है। गांव में दो प्लाटून पीएसी के साथ ही कप्तानगंज, महाराजगंज, रौनापार थाना की फोर्स को तैनात किया गया है। पोस्टमार्टम हाउस पर भारी भीड़ के चलते पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच शव का पोस्टमार्टम कराया। हमलावरों के घर वाले भी फरार हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्कूल जाने के लिए घर से निकले हेड मास्टर संजय यादव अपने घर से 6 किमी दूर बाईपार गांव के पास गोली मारी गई। गोली लगने के बाद जान बचाने के लिए वह करीब 200 मीटर तक बाइक चलाते हुए ईट भट्ठा की ओर भागे थे। इसके बाद में वे गिर गए।