लखनऊ: अखिलेश के ट्वीट से भाजपा सहित समर्थको में खलबली

लखनऊ:सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मुद्रा योजना के दंश वर्ष पुर्ण होने पर सोशल मीडिया एक्स /ट्विटर पर जो लिखा है उसे देख कर और पढ़ कर भाजपा सहित समर्थको में हंगामा मच गया है। अखिलेश के सवाल को ग़लत साबित करने के लिए पूरी भाजपा, आरएसएस और आईटी सेल पूर्व की भांति जैसे विपक्षी दलों व नेताओं को ग़लत साबित करने के लिए ऊल-जलूल पोस्ट और कमेन्ट करते हैं वैसा ही अखिलेश के इस ट्वीट पर भी हो रहा है। अखिलेश यादव का सवाल सही है या गलत है आप भी कमेंट कर बताये “तो मु्द्रा योजना’ की पहली दशकीय पारी पूरी होने पर 10 वर्ष के नाम पर निम्नलिखित 10 महत्वपूर्ण सरल और सीधे सवाल तो जनता भाजपाइयों से पूछ ही सकती है :
1. क्या सच में 52 करोड़ लोगों को मुद्रा योजना का पैसा मिला?
2. यदि ये सत्य है तो मुद्रा ऋण लेनेवालों ने अगर 2 लोगों को भी रोज़गार दिया तो पूरे देश में बेरोज़गारी लगभग शून्य होनी चाहिए थी। क्या इस तथ्य में कोई विसंगति है?
3. जब दोनों ही आँकड़े सरकारी हैं तो मुद्रा योजना या बेरोज़गारी के आँकड़े में से किसको सही माना जाए?
4. मुद्रा योजना में लोन के रूप में बँटा 33 लाख करोड़ रुपया किसके खातों में गया?
5. क्या इन खातों की कभी जाँच परख या लेखापरीक्षण या कहें ऑडिट हुआ?
6. क्या इनके द्वारा समर्थित या शुरू हुए उपक्रमों ने कभी लाभ कमाया और दिखाया?
7. क्या सरकार को इनसे कभी इनकम टैक्स प्राप्त हुआ और हुआ तो कितना?
8. क्या इनमें से किसी ने जीएसटी का रजिस्ट्रेशन करवाया?
9. इनसे कुल कितना जीएसटी प्राप्त हुआ?
10. बैंकों को मुद्रा योजना के वितरण पर हुए कुल ख़र्च और इससे मिले कुल ब्याज के बीच क्या कुछ लाभ हुआ या ये योजना कुछ अपने लोगों को बैंकों के ख़ज़ाने से पैसा पहुँचाने का माध्यम मात्र बनकर रह गयी?
जवाब जुमलाई सरकार देगी या बैंक?”