ग़ाज़ीपुर

गाजीपुर: उर्वरक सम्बंधित किसी भी समस्या के लिए इस नम्बर पर फ़ोन करें

गाजीपुर 03 जुलाई, 2025 : जनपद में खरीफ सीजन में फसलों की बुवाई हेतु यूरिया की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। माह जुलाई हेतु यदि गत वर्ष से खपत की तुलना की जाये तो जुलाई माह में कुल यूरिया की खपत 7763 एम.टी. हुई थी. जिनमें से 1906 एम.टी. यूरिया की आपूर्ति सहकारिता क्षेत्र के माध्यम से तथा शेष मात्रा निजी क्षेत्र से हुई थी। इसके सापेक्ष वर्तमान में जनपद में निजी और सहकारिता क्षेत्र में कुल मिला कर 28231 एम.टी. यूरिया उपलब्ध है. जिसमें से 2000 एम. टी. केवल सहकारिता क्षेत्र में उपलब्ध है, जिसका आवंटन के पश्चात उठान और वितरण प्रारम्भ कर दिया गया है। विकास खण्ड सदर अन्तर्गत 8 समितियों पर 101.25 मै०टन, विकास खण्ड करण्डा के अन्तर्गत 05 समितियों पर 56.25 मै०टन, विकास खण्ड बिरनों की 10 समितियों पर 123.75 मै०टन, विकास खण्ड मरदह में 06 समितियों पर 67.5 मै०टन, विकास खण्ड सैदपुर की 02 समितियों पर 22.5 मै०टन, विकास खण्ड सादात की 06 समितियों पर 66.5 मै०टन, विकास खण्ड देवकली की 11 समितियों पर 123.75 मै०टन, विकास खण्ड मनिहारी की 10 समितियों पर 112.5 मै०टन, विकास खण्ड जखनिया की 07 समितियों पर 78.75 मै०टन, विकास खण्ड मोहम्मदाबाद की 08 समितियों पर 90 मै०टन, विकास खण्ड बाराचवर की 05 समितियों पर 56.25 मै०टन, विकास खण्ड भांवरकोल की 06 समितियों पर 67.5 मै०टन, विकास खण्ड कासिमाबाद की 10 समितियों 112.5 मै०टन यूरिया का वर्तमान आवंटन किया गया है।
गत वर्ष जुलाई माह में निजी और सहकारिता क्षेत्र में कुल मिलाकर 3302 एम.टी. डीएपी की खपत हुई थी, जिसमें से 1332 एम.टी. सहकारिता क्षेत्र से तथा शेष निजी क्षेत्र से हुई थी। यदि इस वर्ष देखा जाय तो गत वर्ष के सापेक्ष 6847 एम.टी. डीएपी उपलब्ध है, जिसमें से 1500एम.टी. सहकारिता क्षेत्र में उपलब्ध है, जिसका आवंटन करा कर आर.टी.जी. एस. के उपरान्त सम्बंधित सहकारी समितियों पर प्रेषण शुरू किया जा रहा है। विशेष परिस्थिति के लिए 800 मी. टन डीएपी पी.सी.एफ. में प्रिपोजिसनिंग के रूप में भी उपलब्ध है। आर.टी. जी.एस. के उपरान्त सम्बन्धित साधन सहकारी समितियों पर उर्वरक प्रेषण के पश्चात नोडल अधिकारियों के सत्यापन के उपरान्त कृषकों की खतौनी के अनुसार पॉस मशीन से वितरण कराया जा रहा है।
जनपद में कुल 177 सहकारी उर्वरक के बिकी केन्द्र हैं, जिनका संचालन 71 कर्मचारियों द्वारा ही संचालित किया जा रहा है। सभी साधन सहकारी समितियों पर सचिवों की उपलब्धता हेतु रोस्टर बनाया गया है। रोस्टर के अनुसार सभी साधन सहकारी समितियों पर उर्वरकों का वितरण कराया जा रहा है। खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है, जिसके सत्यापन के उपरान्त ही उर्वरक वितरण कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी द्वारा ओवर रेटिंग, काला बाजारी व जमाखोरी को रोकने के लिए सभी उपजिलाधिकारीगण, तहसीलदार एवं कृषि व सहकारिता विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को नियमित रूप से चेकिंग के लिए निर्देशित किया गया है। निजी और सहकारी क्षेत्र की उर्वरक की गुणवत्ता व रेट समान है। उर्वरक सम्बन्धी किसी भी समस्या के समाधान के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो कि सुबह 10.00 बजे से लेकर शाम 05.00 बजे तक कार्यशील हैं, जिसका नम्बर-9235188044 है, जिस पर किसान अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।