गाजीपुर-“चली जाए जान लेकिन ग्राम पंचायतों में रिबोर का फर्जी भुगतान अपने हाथों से नहीं करूंगा” ऐसा कहना है करण्डा विकासखंड के ग्राम विकास अधिकारी राजनाथ पाल का। मीडिया से हुई मोबाइल पर वार्ता के दौरान उन्होंने साफ कहा कि मैं सरकारी कर्मचारी हूं सरकार का गुलाम हूं किसी ब्लॉक प्रमुख के दागी भाई का गुलाम नहीं हूं। मुझ पर हमला करने वाले भले ही यह समझे कि मैं उनसे डर गया हूं लेकिन मुझे शासन और प्रशासन पर पूरा भरोसा है, मुझे न्याय जरूर मिलेगा। पीड़ित वीडीयो राजनाथ पाल को रविवार की सुबह एसपी ओमवीर सिंह के निर्देश पर सीओ सिटी गौरव सिंह ने बुलाया और अकेले में काफी देर तक वार्ता की। विभागीय सूत्रों के मुताबिक सीओ सिटी ने वीडीओ को भरोसा दिलाया कि उसके साथ हर हाल में न्याय होगा। दूसरी ओर एसपी व सीओ सिटी के निर्देश पर शहर कोतवाल तेज बहादुर सिंह पूरे प्रकरण की जांच में जुट गए हैं। यह मामला इतना हाईप्रोफाइल हो गया है कि इस मामले में आरोपियों का प्रशासनिक कार्यवाही से बच पाना मुश्किल है। दूसरी ओर डीएम आर्यका अखौरी व सीडीओ श्री प्रकाश गुप्ता लगातार एसपी पर तत्काल कार्यवाही करने के लिए दबाव बनाए हुए हैं।
इसलिए शांत बैठ गए थे- हमलावर वीडीयो करण्डा राजनाथ पाल पर 11 फरवरी को हमला हुआ था उस दिन तो वीडीयो ने खंड विकास अधिकारी करंडा को घटना की सूचना दे दिया लेकिन जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो हमलावरों ने सोचा कि वीडीयो राजनाथ पाल उनकी धमकी से डर गया है और अब इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं होगी। इधर जब पीड़ित वीडीयो को भी लगा कि जब उसका विभाग ही उसका साथ नहीं दे रहा है तो वह अकेले हमलावरों से कैसे लड़ेगा ? यह सोचकर उसने अपने स्थानांतरण की अर्जी उच्चाधिकारियों के समक्ष पेश कर दिया। सूत्र बताते हैं कि जब मामला डीएम आर्यका अखौरी के संज्ञान में पहुंचा तब उन्हें तत्काल एक्शन लेने की बात कही।
दोनों घटनाओं में प्रयुक्त हुई यूपी -61- एपी-8080 सफारी- चौका देने वाली बात तो यह है कि 26 मई 2022 मे करंडा के तत्कालीन वीडियो अनिल श्रीवास्तव पर जानलेवा हमला करने वाले लोग भी यूपी- 61- एपी-80 80 नंबर की सफारी स्ट्राम गाड़ी से ही आए थे और 11 फरवरी 2023 को वीडीयो राजनाथ पाल पर भी हमला करने वाले इसी नंबर की गाड़ी से आए थे। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि करण्डा ब्लॉक के कर्मचारियों में दहशत का माहौल कायम करने के लिए हमलावर हर बार एक ही गाड़ी से आते हैं और घटना को अंजाम देकर उसी गाड़ी से बेखौफ होकर घूमते भी हैं।
फर्जी भुगतान से ही जुड़ रही है दोनों घटनाएं-करण्डा ब्लॉक फर्जी भुगतान कराने में नंबर वन हो गया है। पूर्व बीडीओ अनिल श्रीवास्तव पर भी 40 लाख के फर्जी भुगतान को लेकर हमला हुआ था और इस बार भी ग्राम विकास अधिकारी राजनाथ पाल पर भी रिबोर का फर्जी भुगतान को लेकर भी जानलेवा हमला हुआ है। आखिरकार ऐसा कौन है और क्यों कर रहा है ? यह सबसे बडा सवाल है।हमलावरों में शामिल जिस युवक का नाम पूर्व में आ चुका है उसी युवक का नाम इस घटना में भी सामने आ रहा है।पूर्व में 10 दिन से अधिक समय जेल में बिताने के बाद उस युवक की हैकड़ी अभी निकली नहीं है। इस संदर्भ में सीओ सिटी गौरव कुमार ने मीडिया को बताया कि पीड़ित वीडीयो की तहरीर मिल चुकी है उसका बयान भी मैंने दर्ज कर लिया है। शहर कोतवाल तेज बहादुर सिंह को पूरे घटना की जांच करने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है। हमलावरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। दुशरी तरफ सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अरूण सिंह ने कहा कि यदि पीडित वीडीओ राजनाथ पाल को न्याय नहीं मिला तो मै आन्दोलन करने के लिए बाध्य हो जाऊंगा।साभार-डीएनए
