Ghazipur news:एक-दो नहीं अस्सी करोड़ से अधिक का मालिक है उर्दू अनुवाद

गाजीपुर: मदरसा मदसतूल मसाकिब बहादुरंगज के प्रबंधतंत्र व्यवस्था में फर्जी ढंग से सेंधमारी किये जाने के गम्भीर मामले में फंसेे जेडी कार्यालय वाराणसी के लिपिक परवेज जमाल एक-दो नहीं बल्कि 80 करोड़ से भी अधिक अचल सम्पत्ति का मालिक है। करीब 20 वर्ष के अपनी बाबूगिरी की नौकरी में इसने इतना काला धन अर्जित कर लिया कि यह एक बहुत बड़े काले साम्राज्य का बदशाह बन गया। वर्ष 2023 से लेकर 24 तक इसके खिलाफ दर्ज हुए संगीन मुकदमे के दौरान पुलिस व राजस्व विभाग द्वारा इसकी कई अचल सम्पत्तियों को चिन्ह्नित कर लिया गया है। हालांकि इन चिन्ह्नित अचल सम्पत्तियों के अलावा भी इसके पास कई और जमीनें और मकान है जो अभी तक पुलिस व जिले के राजस्व विभाग के अधिकारियों की नजरों से दूर है। सूत्र बताते है कि यूपी की राजधानी लखनऊ में परवेज जमाल का दो आलीशान बंगला होने के साथ ही मऊ जिले में करीब 50 करोड़ की जमीन है। हालांकि इसकी अधिकांश प्रापर्टी बेनामी ही है।
सूत्र बताते है कि आईएस (191) गैंग के करीबी होने के दौरान ही परवेज जमाल ने धीरे-धीरे अपना काला साम्राज्य स्थापित करना शुरु कर दिया था। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनाती के दौरान फर्जी तरीके से स्कूलों की मान्यता देने व ट्रांसर्फर और पोस्टिंग के नाम पर परवेज जमाल ने करोड़ों रुपये कमाये। अपने खास शार्गिद शहनवाज हुसैन जो कि वर्तमान में जिले के ही एक ब्लाक में शिक्षक के पद पर कार्यरत उसके साथ मिलकर परेवज ने प्रदेश की राजधानी में कई अचल प्रपर्टी को खरीदा है। शहनवाज के सम्बंध में बताया जाता है कि वह आज भी जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में रहकर परवेज का नेटवर्क संचालित करता है। फिलहाल परवेज जमाल बाबूगिरी की नौकरी से सस्पेंड चल रहा है। वर्तमान में उसकी तैनाती वाराणसी के जेडी ऑफिस में है। बताते चले कि चार दिन पूर्व बहादुरगंज के चर्चित मदरसे के प्रबंधतंत्र में फर्जी तरीके से सेंधमारी किये जाने के मामले में बहादुरगंज नपां चेयरमैन रेयाज अंसारी समेत परवेज जमाल, नजीर अहमद व शकील अख्तर के खिलाफ मदरसे के वर्तना प्रबंधक ने कासिमाबाद थाने में मुकदमा दजर्ल कराया है। इस मामले में पुलिस ने चेयरमैन रेयाज अंसारी को पकड़कर उसे जेल भेज दिया है जबकि परवेज जमाल समेत नजीर अहमद व शकील अख्तर फरार चल रहे है। इन सभी पर पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई करने में जुटी है। बहुचर्चित निकहत परीवन बर्खास्त केस में भी परवेज जमाल समेत नजीर अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज था। फरार चल रहे परवेज की तलाश में पुलिस लगातार दबिश डाल रही है। उसकी बेनामी अचल सम्पत्तियों को भी चिन्ह्नित करने के लिए पुलिस विभाग की ‘सीजर सेल’ जुट गई है।
पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ने क्या कहा – बहादुरगंज नपां चेयरमैन रेयाज अंसारी व उसके सहयोगी काफी जालसाल किस्म के लोग है। इनके खिलाफ कई संगीन मुकदमे दर्ज है। इनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करने के लिए तैयारी पूरी की जा रही है। यही नहीं इनकी अवैध कमाई से अर्जित की गई अचल सम्पत्तियों को भी चिन्ह्नित किया जा रहा है। फिलहाल पुलिस फरार चल रहे आरोपितों को दबोचने के लिए दबिश डाल रही है। डा. ईरज राजा-पुलिस अधीक्षक गाजीपुर(डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट)