गाजीपुर-सैदपुर थानाक्षेत्र के महुलियाँ में सड़क पार करने के दौरान तेज रफ्तार स्कार्पियो ने सेवानिवृत्त शिक्षक को रौंद दिया, जिसमें उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं पिता की मौत की सूचना पाकर अस्पताल में इलाज करा रहे छोटे बेटे को सदमा लग गया और उसकी भी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों व पूरे गांव में कोहराम मच गया। एसआई लक्ष्मण प्रसाद ने पिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं जब एक साथ दो शव घर से निकले तो पूरे गांव वालों की आंखें नम हो गईं। महुलियाँ निवासी लालता कन्नौजिया 75 बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक पद से रिटायर हुए थे। उनके छोटे बेटे अजय उर्फ मुन्ना 45 की पान की दुकान सड़क के दूसरी तरफ थी लेकिन वो बीमार था तो वो इलाज के लिए वाराणसी में भर्ती था। जिसके चलते वो देरशाम करीब 7 बजे पान की दुकान से वापिस घर जा रहे थे। तभी तेज रफ्तार स्कार्पियो उन्हें रौंदते हुए फरार हो गयी। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक पत्नी समेत 2 बेटे छोड़ गए। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस बीच रात 11 बजे सूचना मिली कि वाराणसी के अस्पताल में भर्ती छोटे बेटे मुन्ना को पिता की मौत का सदमा लगने के चलते उसकी भी मौत हो गई है। जिसके बाद परिजनों में हड़कंप के साथ कोहराम मच गया। इधर वृद्ध की मौत के बाद सभी का कहना था कि वृद्ध होने के कारण परिजन उन्हें दुकान पर जाने से मना करते थे। घटना के वक़्त उनके छोटे बेटे का वाराणसी में इलाज चल रहा था तो बड़ा बेटा उदय प्रताप निजी शिक्षक होने कारण घर से बाहर था। इस वजह से उस समय कोई उन्हें दुकान जाने से रोक नहीं पाया। जिसके चलते वो बिना बताए दुकान चले गए और वापसी में हादसे उनकी मौत हो गयी। जिसके चलते एक साथ दो मौतें हो गईं। एक साथ जब पिता-पुत्र की लाश घर निकली तो हर कोई चीत्कार कर उठा। वहीं मृतक मुन्ना की शादी के इतने साल बाद भी कोई संतान नहीं थी। पत्नी ज्योत्सना उर्फ गुड़िया का रो-रोकर बुरा हाल था।साभार-शताब्दी न्यूज डाट काम
