Ghazipur news:गिरफ्तार हुआ तथाकथित हर्टमन इंटर कालेज का प्रिंसिपल

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गाजीपुर-निक्की यादव सुसाइड मिस्ट्री से धूल धीरे-धीरे परत दर परत हटने लगी है।रविवार को हर्टमन इंटर कॉलेज के तथाकथित प्रिंसिपल फेलिक्स राज की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को मृतका निक्की यादव के घर पहुंची कालेज की एक सिस्टर ने फेलिक्स के कई राज को खोल दिया। सिस्टर ने बताया कि घटना के दिन यानी 10 मई को जब निक्की की तबीयत कालेज में खराब हुई तो उस वक्त प्रिंसिपल कॉलेज में ही अपने कमरे में मौजूद था।उसका चपरासी उसकी गाड़ी की धुलाई कर रहा था। जब उसके संज्ञान में मामला पहुंचा तो वह घबरा गया फिर भी वह घटना के करीब 4 घंटे बाद तक कॉलेज में ही रहे।लंच की घंटी बजने के बाद वह अपनी गाड़ी में सवार होकर गेट से बाहर निकले और चले गए।उसके बाद वह 3 दिन से कॉलेज में नहीं था।निक्की यादव की मौत 10 मई को हुई और उस वक्त पुलिस ने अपनी जांच में पता लगाया था कि कथित प्रिंसिपल फैलिक्स राज घटना के 3 दिन पहले से ही कॉलेज से बाहर गए थे, यानी घटना के दिन फिजिक्स कॉलेज में था ही नहीं और कालेज की सिस्टर ने जब इस राज से पर्दा उठाया तो लोगों के होश उड़ गए।

निक्की की मौत के बाद उसकी छोटी बहन तो चीख-चीख कर कह रही थी कि जब निक्की कॉलेज में बेहोश हुई थी उस दिन प्रिंसिपल कॉलेज कैंपस में ही था। उसे हमने अपनी आंखों से देखा था,लेकिन उस दिन मासूम खुशबू की बात पर पुलिस ने तनिक भी भरोसा नहीं किया और उसे डांट डपट कर चुप करा दिया था।निक्की यादव के पिता कैलाश यादव ने बताया कि रविवार को वह अपने पूरे परिवार के साथ गोरखपुर मठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे थे।जनता दरबार में मुख्यमंत्री ने उन्हें 5 मिनट का समय दिया और पूरा प्रकरण जानने के बाद अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया। अपनी बेटी की मौत के सदमे से उबरने के बाद दोषी को सजा दिलाने का मन बना चुके कैलाश यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद जब वह वापस गाजीपुर लौट रहे थे तो रास्ते में ही उनका मोबाइल बजने लगा। फोन करने वाले शख्स ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आदेश दे दिया है अब दोषियों को जेल जाना ही पड़ेगा। फिर क्या था गाजीपुर पहुंचते ही उन्हें रात में ही मालूम हो गया कि मुख्य आरोपी फैलिक्स राज गिरफ्तार हो गया है।फैलिक्स राज की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को मिशनरी के लोग निक्की यादव के परिवार पर समझौते का दबाव बनाने के लिए मिशनरी के लोगों का जमावड़ा होने लगा।मिशनरी के पदाधिकारियों ने कैलाश यादव से समझौता करने की बात करने लगे लेकिन कैलाश ने भी सभी को दो टूक जवाब दिया।उन्होंने कहा उनकी बेटी की मौत के जिम्मेदार व्यक्ति को किसी भी सूरत में माफ नहीं करेंगे।

कालेज में फैलिक्स का राज चलता था।कालेज के कुछ कर्मचारियों ने दबी आवाज में बताया कि पूरे कॉलेज में फेलिक्स का राज चलता था। बिना किसी पद के वह प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठकर हुक्म चलाता था। उसके आदेश के बिना कालेज में एक पत्ता भी नहीं हिल सकता था। निक्की की मौत के बाद कालेज में जांच करने पहुंचे डीआईओएस ने जब इस बात का खुलासा किया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति इस कॉलेज में किसी पद पर नहीं है। प्रिंसिपल के पद पर वरीयता क्रम में उदय कुमार का स्थान है। इसके बाद जब डीआईओएस ने उदय कुमार को बुलाकर जब उन्हें जब प्रिसिंपल की कुर्सी पर बैठने को कहा तो वह डर के मारे थर-थर कांपने लगे थे। उदय कुमार का डर से कांपना इस बात का प्रमाण है कि फेलिक्स राज का हर्टमन इंटर कॉलेज में जबरदस्त दबदबा था। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है संबंधित धाराओं में उसका चालान कर उसे जेल भेज दिया गया है।इस केस की विवेचना को पूर्ण करने के लिए बाद में कोर्ट से परमिशन लेकर फेलिक्स को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी।साभार-डीएनए

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