Ghazipur news:घोटाले में दर्ज हुआ एफआईआर, राजस्व विभाग में हड़कंप

गाजीपुर- रेवतीपुर के गांव में सन 2022 में आई भीषण बाढ़ की मुआवजा राशि में हेरा फेरी अनियमितता बरतने के दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। तहसील प्रशासन की जांच में आरोपी राजस्व निरीक्षक जय शंकर राम लेखपाल चंद्रशेखर भारती और 10 अन्य लोगों को नामजद किया गया है। प्रशासन की ओर से निर्धारित राजस्व निरीक्षक राकेश प्रसाद राय की तहरीर पर मुआवजा घोटाले में 12 के खिलाफ केस दर्ज होने से राजस्व विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मामले की जांच और रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है।रेवतीपुर क्षेत्र के हसनपुर गांव में बीते वर्ष 2022 में आई भीषण बाढ़ के पानी से फसलों को भारी नुकसान हुआ था। इसमें शासन ने पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए आदेश दिया तो अधिकारियों ने मनमानी कर ली ।हसनपुरा निवासी संतोष कुमार राय ने सेवराई एसडीएम को एक पत्र देकर बताया था कि बाढ़ के पानी से फसलों को हुए नुकसान में कृषि निवेश के तहत धन राशि का वितरण बिना सर्वे व नियमों को ताक पर रखकर 10 लोगों के खाते में एक लाख से ऊपर की धनराशि भेज दी गई है। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसील प्रशासन ने इसके जांच का निर्देश दिया। जांच में पता चला कि लेखपाल व राजस्व निरीक्षक की मिलीभगत से फसलों की हुई क्षति कृषि निवेश धनराशि वितरण में जिन व्यक्तियों के नाम भूमि नहीं थी उन्हें लाभ दिया गया।उक्त की जितनी फसल की क्षति हुई उससे अधिक भूमि का रकबा दिखाकर कृषि निवेश की धनराशि वितरित कर दिया गया। राजस्व निरीक्षक राकेश प्रसाद राय ने धनराशि के वितरण में हुए घोटाले के मामला से आला अधिकारियों के निर्देश पर रेवतीपुर थाने में तहरीर दी।जांच में दोषी राजस्व निरीक्षक जय शंकर राम,लेखपाल चंद्रशेखर भारती एवं 10 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज करा कराया। इसमें राजस्व निरीक्षक जयशंकर राम,लेखपाल चंद्रशेखर भारती सहित किसान चिरकुट, जयशंकर,मीना देवी, नितेश, प्रिया राय ,प्रदीप ,सुषमा, विमला, राम प्रतीप यादव,इन्द्रासन शामिल है। पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कर मामले की छानबीन में जुट गई है, वह प्रशासन लोगों से वसूली की तैयारी कर रहा है।सभार-लाईव हिन्दुस्तान