गाजीपुर-करंडा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बिशुनपुरा का चर्चित थमकीबाज प्रधानाध्यापक विनोद पांडेय को आज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गाजीपुर ने निलंबित कर दिया। कई दिनों से लगातार मीडिया में चर्चित रहा प्रधानाध्यापक जिसके खिलाफ उक्त ग्राम सभा बिशुनपुरा के 4 स्थानीय लोगों ने यह शिकायत की थी कि प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय में विभागीय योजनाओं का क्रियान्यवन सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। तत्पश्चात प्रधानाध्यापक द्वारा उक्त तीन शिकायतकर्ताओं को डरा धमकाकर बैक करवा दिया गया। लेकिन एक शिकायतकर्ता हरिकेश यादव अंत तक डटा रहा। उसको भी प्रधानाध्यापक द्वारा धमकी दी गयी लेकिन वह नहीं डरा और पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायत दर्ज करायी। तत्पश्चात बी एस ए के आदेश पर बी ई ओ करंडा उक्त विद्यालय की जांच करने पहुंचे। आज बी ई ओ करंडा के जांच रिपोर्ट सौंपते ही बी एस ने तुरंत एक्शन लेते हुये प्रधानाध्यापक और वहां कार्यरत शिक्षक कुमार हर्ष दोनों को निलंबित कर दिया।
बी एस ए के आदेश से ग्रामीणो ये हर्ष व्याप्त हो गया क्योंकि प्रधानाध्यापक कई दिनों से गांव में। घूम-घूमकर लोगों को धमका रहा था। वहीं जांच रिपोर्ट अपने पक्ष में लगवाने के लिये कई दिनों से लगातार बी आर सी करंडा का भी चक्कर लगा रहा था। लेकिन उसकी एक जुगत काम नहीं आयी। बी एस ए के इस कार्यवाही से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। निश्चित रूप से भी बी एस ए ने सत्र आरंभ होते ही यह संदेश दिया है कि विभागीय योजनाओं में शिथिलता बरतने वाले सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य न करने वाले किसी भी शिक्षक को बख्शा नहीं जायेगा।
