गाजीपुर-जनपद में झोलाछाप डॉक्टरों की भारी संख्या विद्यमान है। झोलाछाप डॉक्टर जनपद के कोने-कोने में फैले हुए हैं। इन झोलाछाप डॉक्टरों में काफी संख्या में अवैध बंगाली डॉक्टर हैं। इन 90 % बंगाली डॉक्टरों के पास के पास कोई बैध प्रैक्टिस करने की डिग्री नहीं है। जबकि कमाई के मामले ने इनकी अच्छी खासी कमाई है।गांव के भोले-भाले लोग इनके यहां सस्ता उपचार कराते हैं। इन अवैध बंगाली डॉक्टरों को जनपद के ब्लैकमेलर पत्रकारों ने अपने निशाने पर ले रखा है और यह बंगाली डॉक्टर उनके बहुत ही आसान शिकार है।यहां मैं आपको दो घटनाओं से अवगत कराना चाहता हूं।पहली घटना आज से दो वर्ष पूर्व की है।मेरे मित्र नंदलाल पीजी कालेज गोराबाजार चौराहे पर पान की दुकान लगाते है। उनके एक रिस्तेदार झोला छाप डाक्टर है।कुछ ब्लैकमेलर पत्रकार उनसे हर दो महिना पर जाकर 10 हजार रूपये ऐंठ लेते थे।यह बात जब मुझे पता चला तो मैने कहा कि आप भी उनका विडिओ बनना और जब नंदलाल के झोलाछाप रिस्तेदार ने विडिओ बनना शुरू किया तो ब्लैकमेलर भाग खडे हुए और दोबारा वहां नहीं गये।दुशरी घटना इसी होली के दिन जब देश के सारे लोग सारे पत्रकार त्योहार मनाने में मस्त और व्यस्त थे तो करण्डा क्षेत्र में सक्रिय एक ब्लैकमेलर पत्रकार जो करंडा क्षेत्र का ही रहने वाला है।धरम्मरपुर चट्टी पर होली के दिन पहुंचता है और चट्टी पर प्रैक्टिस करने वाले बंगाली डॉक्टर को पत्रकारिता का धौंस दिखा कर 3000 रूपये लेकर चंपत हो जाता है। डॉक्टर ने जब गाजीपुर टुडे के एडमिन फूलचंद सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा ऐसे पत्रकारों का एक ही इलाज है। आप भी उनका वीडियो बना ले।वह जब आपके वीडियो को वायरल करके आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दे तो आप भी अपने द्वारा बनाए गए वीडियो को गाजीपुर टुडे के व्हाट्सएप नंबर 9452 980 894 पर भेज दें।ताकि उन ब्लैकमेलर की भी शक्ल जनता जनार्दन को दिखाई दे।वैसे जगह जगह ऐसे ब्लैकमेलर पत्रकारों को लोग तलाश रहे है। एक निवेदन आप पाठकों से हैं मेरे इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें ताकि ब्लैकमेलर पत्रकारों से लोगों को बचाया जा सके।
