गाजीपुर-आजकल के किशोर ,किशोरी,युवक,युवतियों के मनमस्तिष्क मे इतना आक्रोश भरा है कि किसी भी गलती पर उन्हें परिजनों द्वारा डांटा जाना इतना नागवार लग रहा है कि वे तत्काल आत्महत्या करने का निर्णय ले ले रहे है।ऐसी ही एक घटना सैदपुर कस्बा के रौजा द्वार निवासिनी युवती के साथ घटित हुई। परिजनों की डांट उसे इतनी नागवार लगी कि वह नाराज होकर गंगा नदी पर बने पुल से वह गंगा की लहरों मे छलांग लगा दी। संयोग अच्छा था कि वहां पहले से मौजूद मछुआरों ने तत्काल उसे गंगा की लहरों से निकालकर उसकी जान बचा ली। लेकिन कई फीट ऊंचाई से कूदने के कारण उसे गम्भीर चोट आई। जिसके बाद मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज लालबहादुर सिंह ने महिला कांस्टेबल की मदद से उसे सीएचसी पहुंचाया। जहां से गम्भीर हालत में उसे बेहतर इलाज हेतु रेफर कर दिया गया। रौजा द्वार निवासिनी 18 वर्षीय नूरसबा पुत्री सैफुद्दीन को परिजनों ने किसी बात पर डांट दिया। उनकी डांट से आहत होकर वो पुल पर पहुंची और वहां से सीधे गंगा नदी में छलांग लगा दी। वहां मौजूद मछुआरों ने उसे बचा लिया। उसे सीएचसी लाया गया, लेकिन कई गम्भीर चोटों के बाद उसे रेफर कर दिया गया।साभार -शताब्दी न्यूज डाट काम
