गाजीपुर- एक तरफ विद्युत कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 16 मार्च की रात 10:00 से कार्य बहिष्कार पर अड़े हुए हैं तो दूसरी तरफ सरकार भी हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की बार-बार चेतावनी दे रही है।इसी बीच राजधर्म लखनऊ से खबर आई है कि विद्युत कर्मचारियों के कुछ नेताओं के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय ने बेलेबल वारंट इशू कर दिया है। इसी बीच सोशल मिडिया ट्विटर पर काफी सक्रिय सहारा के सीनियर रिपोर्टर प्रयागराज पवन दुबे ने एक फोटो सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि वाराणसी में विद्युत आपूर्ति इतनी बदहाल है कि लोग जनरेटर से अपना मोबाइल चार्ज करने के लिए जनरेटर वाले को ₹50 प्रति घंटा दे रहे हैं। विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था शहरों में तो संतोषजनक है लेकिन सबसे बुरी हालत देहातों की है। यहां ऐसे अनेक विद्युत आपूर्ति करने वाले फीडर हैं जहां से विद्युत आपूर्ति 16 मार्च की रात 10 बजे के बाद ही बंद पड़ी हुई है। विद्युत आपूर्ति करने वाले फिडरों की सुरक्षा करने के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई है तथा आपूर्ति व्यवस्था को अनवरत बनाए रखने के लिए राजस्व कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है,लेकिन कुल मिलाकर विद्युत कर्मचारियों और सरकार की जंग में पीसना तो आम आदमी को ही है।
