गाजीपुर- करंडा शिक्षा क्षेत्र के परिषदीय शिक्षक आजकल त्राहिमाम त्राहिमाम की गुहार लगाते फिर रहे हैं। आखिर करंडा शिक्षा क्षेत्र के शिक्षकों पर ऐसी क्या आफत आ गई है कि वे त्राहिमाम त्राहिमाम यानी मेरी रक्षा करो मेरी रक्षा करो की गुहार लगाते हुए पत्रकार एसोसिएशन सहित तमाम पत्रकारों से शिकायत करते फिर रहे हैं। इस संदर्भ में जब शिक्षकों से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि करंडा विकास खण्ड का निवासी एक ब्लैकमेलर पत्रकार आए दिन किसी न किसी विद्यालय पर पहुंच जाता है और स्कूल तथा शिक्षकों का वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता है और अवैध धन उगाही कर रहा है। वैसे बता दें आपको कि करंडा क्षेत्र का यह ब्लैकमेलर पत्रकार अपनी पूरी एक टीम बना रखा है और यह टीम चार पहिया वाहनों से पूरे जनपद में घूम घूम कर पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेल कर अवैध वसूली कर करती है।कई जगहों पर इस ब्लैकमेलर पत्रकार की तरह अन्य पत्रकारों को लोगों ने ठोंका-पीट भी है।लेकिन यह लतिहर पत्रकार अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है।इस ब्लैकमेलर पत्रकार की शिकायत कुछ शिक्षकों ने पत्रकार भवन पर पहुंचकर जनपद के वरिष्ठ पत्रकारों से भी किया लेकिन वरिष्ठ पत्रकार भी इस ब्लैकमेलर पत्रकार को रोकने में नाकाम रहे।
इस ब्लैकमेलर पत्रकार और उसकी टीम खेल भी बहुत शातिर ढंग से खेलती है। यदि कोई अध्यापक, नर्सिंग होम, झोलाछाप डॉक्टर या ग्राम प्रधान या कोटेदार इन सबको डपट कर भगा देता है और कहता है कि जो करना हो जाओ कर लेना,जहां छापना हो छाप देना तो यह शातिर पत्रकार उस व्यक्ति, शिक्षक को ब्लैकमेल करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर का सहारा लेते हैं और उसे ट्विटर पर सीएम, पीएम, डिप्टी सीएम,डीएम आदि को हैशटैग करके ट्वीट कर देते हैं। आज ट्विटर पर अच्छे पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता आदि संभ्रान्त लोग भी जूडें हुए है ऐसे लोग जब सम्बंधित विभाग,मंत्री नौकरशाहों को हैशटैग करते है तो उनका उद्देश्य जनकल्याण होता है लेकिन जिन लोगों का उद्देश्य ब्लैकमेलिंग होता है उन पत्रकारों को उस जनपद के ट्विटर पर सक्रिय लोग या पत्रकार ही जान पाते है।आज के जमाने में मंत्री,नौकरशाह, पत्रकार आदि अधिकांश लोग ट्विटर से जुड़े हुए हैं और ट्वीट किए जाने पर तत्काल उस पर एक्शन लेने लगते हैं।यदि किसी थाने से जूडा मामला होता है तो यूपीपुलिस,एडीजी ,डीजीपी आदि हैशटैग कर के ट्वीट करते है और तत्काल वहां से सम्बंधित जनपद के पुलिस को मामले की जांच पड़ताल करने का निर्देश मिलता है। इसी तरह से स्वास्थ्य विभाग से संबंधित मामला है तो तत्काल बृजेश पाठक उप मुख्यमंत्री जी को हैशटैग करके ट्वीट करते हैं और वहां से जिलाधिकारी को, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तत्काल जांच कर कार्यवाही का निर्देश मिलता है। ऐसे ब्लैकमेलर पत्रकारों की बहुत साधारण सी दवा है यदि आपके विद्यालय पर, नर्सिंग होम पर या आपके गांव में प्रधान और सचिव या कोटेदार को ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो बनाते हैं तो आप भी बेहिचक इनका वीडियो बनाइए और आप ज्योही इनका वीडियो बनाना शुरू करेंगे ये भाग खडे होगे यदि नहीं भी भाग खडे होगें तो आप के मोबाइल मे इनके भी चेहरे कैद होगे।इस ब्लैकमेलर पत्रकार की तरह कुछ अन्य पत्रकारों की ब्लैक मेलिंग पत्रकारिता आज भी जारी है। फिर कुछ कहानियां अगले कडी में ब्लैकमेल करने जैसा अपराध करने वाले ऐसे पत्रकारों की देगें।वैसे महाशय का नाम पता लिखना जरूरी नहीं है क्योकि महाशय का नाम पता करण्डा का प्रत्येक शिक्षक व कोटेदार जानता है।
