Ghazipur news:सावधान ऐसे एंबुलेंस चालकों व हास्पिटल से

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गाजीपुर-मै एडमिन गाजीपुर टुडे नहीं जानता इसमें कितनी सच्चाई है लेकिन यदि ऐस एंबुलेंसे चालक ने किया कुछ कमीशन के लिए और अस्पताल ने मरीज को भर्ती किया सिर्फ पैसा के लिए दोनो पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा परिजनों को तत्काल रोहनियां थाना मे दर्ज कराना चाहिए। यह खबर मुझे व्हाट्सएप नं० 7548047563 से प्राप्त हुई है मै बगैर किसी काटछांट के जनहित में लगा रहा हूँ। आपसे सभी पाठकों से निवेदन है कि पीडित परिवार के भले के लिए अधिक से अधिक शेयर करें-धन्यवाद

रक्षक बना भक्षक स्वास्थ्य विभाग वाराणसी प्रधानमंत्री संसदीय क्षेत्र चिराग तले अंधेरा मऊ जनपद के फातिमा हॉस्पिटल से रेफर बीएचयू के लिए रास्ते में बिचौलियों के माध्यम से एंबुलेंस चालक उन लुटेरे हॉस्पिटल अनंत रोहनिया वाराणसी में एडमिट कराया जहां की 48 घंटे तक मरीज को परिजनों से दूर रखा गया और यह गुमराह करता रहा कि वेंटिलेटर पर है जब रोहनिया थाना के थाना अध्यक्ष से संपर्क किया गया और उन्होंने दरोगा को हॉस्पिटल में भेजा तत्पश्चात आनन-फानन में एक घंटा के अंदर अंदर मरीज को मृतक घोषित कर दिया हॉस्पिटल यह दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बल्कि शर्मनाक है ऐसे हॉस्पिटलों को सीज कर देना चाहिए और इनके लिए अच्छे ढंग से कानून के दायरे में उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए आए दिन गरीब किसान असहाय परिवार बिचौलियों के माध्यम से लूटे जा रहे हैं साथ ही साथ उनकी जान जा रही हैं गाजीपुर जनपद के दुल्लापुर थाना अंतर्गत ग्राम जहांपुर बिजरिया पोस्ट उड़ाई गाजीपुर के खेदारू पुत्र सुचित यादव उम्र लगभग 55 वर्ष को अगस्त माह 2022 में कुत्ते ने काट लिया था जिसके तत्पश्चात जखनिया अस्पताल से 4 इंजेक्शन में लगवा कर वह अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे थे दिनांक 10 जनवरी 2023 को उनकी शारीरिक संतुलन बिगड़ने के कारण उनके परिजन फातिमा हॉस्पिटल ले गए जहां पर उनकी जांच हुई जांच में यह पाया गया कि कुत्ते के काटने से उनका शरीर गड़बड़ हो रहा है वह कुत्ते की भांति बर्ताव कर रहे हैं तत्पश्चात डॉक्टर ने बीएचयू के लिए रेफर कर दिया जिसके फलस्वरूप प्राइवेट एंबुलेंस के माध्यम से बनारस के लिए रवाना हुए एंबुलेंस ड्राइवर राजू मोबाइल नंबर 8005328105 निकट फातिमा हॉस्पिटल मऊ के द्वारा उनके परिजनों को गुमराह कर कि सरकारी हॉस्पिटल में कोई एडमिट नहीं करेगा मैं आपको एक अच्छे हॉस्पिटल में लेकर चल रहा हूं वहां पर इनका इलाज अच्छा हो जाएगा और ले जाकर अनंत हॉस्पिटल रोहनिया वाराणसी में एडमिट करा दिया जो कि बिचौलियों के रूप में पूर्व से एंबुलेंस ड्राइवर ऐसा कार्य करते आया था जिसकी एवज में उसे हॉस्पिटल से भी अच्छे खासे कमीशन मिलते हैं साथ ही साथ परिजनों से भी उसने अपना किराया लिया। अनंत हॉस्पिटल में ले जाते ही तत्काल उन्हें एडमिट कर लिया गया और परिजनों से ना मिलने की अपील की गई आईसीयू मैं इलाज का बहाना कर वेंटिलेटर पर रख दिया गया। जब-जब परिजन पूछते रहे कैसी तबीयत है सुधार अस्पताल प्रशासन एवं डॉक्टर परिजनों को गुमराह करते रहे लगभग 48 घंटा बीतने के उपरांत रोहनिया थाना अंतर्गत थाना अध्यक्ष से संपर्क करें स्थिति के बारे में अवगत कराया गया तत्काल थाना अध्यक्ष महोदय दरोगा के द्वारा अस्पताल मैं मरीज का जायजा लेकर परिजनों से संपर्क कर अस्पताल की प्रशासनिक एवं डॉक्टर ने परिजनों के ऊपर लगभग 1,14,000 का बिल बताकर यह कहा कि दवा का पैसा आपको देना होगा इसके बाद ही हम डिस्चार्ज करेंगे यहां से अभी इलाज चल रहा है पहले से सुधार है। प्रशासन की अस्पताल से जाने के आधा घंटा के अंतर्गत डॉक्टर अस्पताल के प्रशासनिक लोगों को डर लगा कि अब हम ज्यादा देर तक वेंटिलेटर पर नहीं रख सकते हैं आधे घंटे के अंदर एक परिजनों को यह बताएं कि मरीज का देहांत हो चुका है। यह सुनकर परिजनों की स्थिति खराब हो चुकी है अस्पताल प्रशासन पैसे की मांग कर रहा है परिजन निहायत करीब एवं असहाय है गांव वालों से पैसा चंदा इकट्ठा कर ₹43000 तक हॉस्पिटल में जमा कर चुके हैं। 48 घंटे के बाद आज दिनांक 13 जनवरी 2023 को लगभग 9:00 बजे रात्रि को पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप करने के उपरांत डेड बॉडी को मोर्चरी में रख दी गई है लेकिन पार्थिव शरीर परिजनों को देने से अनंत हॉस्पिटल मना कर रहा है जब तक कि उसे ₹73000 चुकता ना हो जाए। इस पूरे मामले में सबसे संदेह आत्मक बात यह है कि एक भी बिल या डॉक्यूमेंट कंप्यूटराइज नहीं है पूरे बिल और डॉक्यूमेंट मैनुअल बनाए गए हैं यह फर्जीवाड़ा गरीबों का लूटने का आया है। जान और जहान जाने के बाद प्रधानमंत्री संसदीय क्षेत्र में इस तरह का खिलवाड़ जनमानस के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। परिजनों को तहरीर ना देने के लिए अस्पताल प्रशासन दबाव डाल रहा है। ऐसी परिस्थिति में आम नागरिक की की मदद कैसे हो इसके लिए वाराणसी प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग तथा शासन अपनी प्रक्रिया दें। Please help my villagers relatives. C/o Golu Rambadan Yadav, Anil Sunil Bro Late father dead Body in hospital Anant Rohniya Varanasi 7860615494 GZP 

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