Ghazipur news:चर्चित बीईओ का निलंबन प्रयागराज में और हर्ष गाजीपुर में

गाजीपुर-खबर प्रयागराज से है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी से अभद्रता करने के आरोप मे खण्ड शिक्षाधिकारी राजेश यादव निलंबित कर दिये गये है।वहीं गाजीपुर मे भी यह महाशय अपने कार्यकाल मे काफी चर्चित रहे।यह वही चर्चित खंड शिक्षा अधिकारी हैं, जो गाजीपुर के मुहम्मदाबाद ब्लाक में कार्यरत रहते हुये शिक्षकों से जबरन वसूली को लेकर चर्चित था। विभाग की प्रत्येक योजना मिड डे मील, यूनिफार्म , भवन निर्माण में उसका भारी भरकम कमीशन तय था। तत्कालीन गाजीपुर के बीएसए भी उससे डरते थे। क्योंकि सपा सरकार और फाटक से उसका संबंध था। जब उस ब्लाक के कुछ शिक्षकों ने वसूली का विरोध किया तो वह उनके ऊपर झूठा आरोप लगाकर निलंबित कराते हुये उन्हें जेल भी भेजवा दिया। राम प्रकाश राय प्रधानाध्यापक प्रा वि हैंसी, मुहम्मदाबाद से कमीशन के नाम पर खूब लड़ाई हुयी जिसकी जिले में चर्चा रही और रामप्रकाश राय व भगवान राम नामक शिक्षको को निलंबित करवाकर झूठा आरोप लगाकर एफआईआर कराकर कई महीनों के लिये जेल भी भेजवा दिया।

तत्पश्चात विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने शिक्षक हित में आगे आकर संघर्ष आरंभ किया और अपने लेटर हेड पर लिखकर मुख्यमंत्री से शिकायत की। एमएलसी श्री विशाल सिंह चंचल जी ने भी शिक्षकों का साथ दिया। माननीय प्रधानमंत्री जी पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्री योगेश सिंह द्वारा कोतवाली सदर गाजीपुर में उसके खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया था। तत्पश्चात काफी विवाद होने के उपरांत, मुहम्मदाबाद से राजेश यादव को हटाकर देवकली ब्लाक भेजा गया, लेकिन वह अपनी आदत से बाज नहीं आया और एक स्वजातीय शिक्षक को अपने साथ रखकर देवकली के शिक्षकों से वसूली प्रारंभ कर दिया। यादव बहुल ब्लाक होने के कारण उसे संरक्षण भी मिला, लेकिन पुन एसोसिएशन ने स्वजातीय शिक्षक को राजेश यादव के लिये वसुली करते हुये विडियो रिकार्डिंग करवा लिया। उक्त रिकार्डिंग के वायरल होते ही, तत्कालीन जिलाधिकारी ने उक्त शिक्षक को निलंबित करते हुये एफआईआर दर्ज करवा दिया और राजेश यादव को प्रयागराज जनपद के लिये कार्यमुक्त कर दिया।

प्रयागराज पहुंचने के बाद भी अपनी पुरानी कार्यशैली से मजबूर शिक्षकों से वसूली का कार्य उसने आरंभ कर दिया। वहां के बीएसए श्री प्रवीण त्रिपाठी ने शासन में शिकायत करके राजेश यादव को एक साल पहले जालौन स्थानांतरण करा दिया लेकिन यह स्टे आर्डर ले आया।बीएसए प्रयागराज ने इसे आफिस से सम्बद्ध करते हुए नये बीईओ को उरूवा ब्लॉक मे तैनात कर दिया लेकिन यह उरुवा ही जाने की जीद पर अडा़ रहा।तबसे प्रयागराज मे बीईओ और बीएसए मे उठापठक जारी रही और अंततः राजेश यादव का बहुप्रतीक्षित निलंबन हो ही गया।
गाजीपुर में अभी हाल में शिक्षक नेता अनंत सिंह पर एससी एस टी का मुकदमा दर्ज करवाने में राजेश यादव का प्रमुख योगदान रहा क्योंकि अनंत सिंह ने उसके खिलाफ शिक्षकों का साथ दिया था।चर्चित बीईओ के प्रयागराज मे निलंबन गाजीपुर के शिक्षकों मे हर्ष व्यापत है।