Ghazipur news:बैकफुट पर आये वीडीओ के हमलावर

गाजीपुर-आखिरकार सत्य की जीत हुई और विरोधियों का हौसला पस्त हो गया। करण्डा ब्लॉक के वीडीयो राजनाथ पाल को अगवा कर उन पर जानलेवा हमला करने के मामले में पुलिस ने जांच के बाद रविवार को देर रात में दो नामजद व कुछ अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। रात में ही क्राइम ब्रांच और शहर कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही के दौरान करंडा के बरवां-चौचकपुर गांव मे छापेमारी कर वहां के प्रधान को हिरासत में ले लिया गया। सोमवार को पुलिस ने आरोपित ग्राम प्रधान का चालान कर दिया।इस मामले में अभी दो नामजद आरोपित राहुल यादव निवासी सुआपुर और रामकिशोर यादव निवासी बरवां चौचकपुर की गिरफ्तारी बाकी है। इन्हें दबोचने के लिए एसपी के निर्देश पर पुलिस की टीम गठित कर दी गई है। पुलिस की टीमें आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश डाल रही है।
यह है पूरा प्रकरण – करण्डा ब्लॉक पर वीडीयो( ग्राम विकास अधिकारी) के पद पर कार्यरत राजनाथ पाल को बीते 11 फरवरी को उनके निजी आवास ब्रम्हस्थान पुलिस लाइन के समीप थाना शहर कोतवाली से सफारी गाड़ी में सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया। गाड़ी के अंदर उन्हें बेरहमी से पीटने के साथ ही हमलावरों ने उन्हें जान से मारने का प्रयास किया था।इस मामले में पीड़ित ने लाख दबाव के बाद 23 फरवरी को डीएम समेत सीडीओ, डीपीआरओ को पत्र देकर कार्यवाही की गुहार लगाई। इस मामले में डीएम के निर्देश पर एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच कराई तब जाकर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ। इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ है मुकदमा- एक सरकारी कर्मचारी के ऊपर जानलेवा हमला करना या कराना अपने आप में एक संगीन अपराध है। इसलिए पूरे जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर धारा 323 धारा 353 धारा 504 धारा 506 धारा 342 धारा 364 व 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
चर्चित सिपाही एसएस यादव समझौते का बना रहा दबाव- रविवार की देर शाम करीब 7:00 बजे वीडीयो राजनाथ पाल की मोबाइल पर गोराबाजार पुलिस चौकी के एक चर्चित सिपाही एसएस यादव का फोन पहुंचा। उसने राजनाथ पाल को थाने में बुलाया और कहा कि जल्दी यहां आईये तुम्हारा बयान दर्ज करना है।फिर क्या था पीड़ित राजनाथ पाल का माथा चकरा गया क्योंकि उसी दिन सुबह के वक्त सीओ सिटी ने उसका बयान दर्ज कराया था। पीड़ित ने रात में थाने पर आने से मना किया तो सिपाही भड़क गया और कहने लगा कि तुम जहां हो जल्दी से थाने आ जाओ वरना ठीक नहीं होगा। राजनाथ पाल के अनुसार जब वह थाने पहुंचा तो विरोधी पक्ष के कुछ लोग थाना परिसर में ही मौजूद मंदिर के पास खड़े दिखे।
सुलह करने से पीड़ित ने साफ कर दिया इनकार- थाने में गोराबाजार चौकी इंचार्ज भी मौजूद थे। उनकी मौजूदगी में चर्चित सिपाही एसएस यादव ने राजनाथ पाल पर समझौते का दबाव बनाना शुरू किया। सिपाही ने पीड़ित से साफ शब्दों में कहा कि उसके विपक्षी आए हैं दोनों लोग आमने-सामने बैठकर समझौता कर लो। यह सुनने के बाद राजनाथ पाल के होश उड़ गए।पीडित यह कह कर थाने से बाहर चला गया कि किसी भी सूरत में वह समझौता नहीं करेगा। विपक्षियों की पैरवी में आया था बक्सा गांव का प्रधान- पीड़ित वीडियो राजनाथ पाल ने बताया कि थाना परिसर में मौजूद मंदिर के पास विपक्षियों के साथ बक्सा ग्राम प्रधान मोती यादव व अन्य लोग थे। सभी लोगों ने उसे घेर लिया और समझौते का दबाव बनाने लगे। उनका यह कहना था कि बात बढाना ठीक नहीं है। इससे साफ जाहिर हो गया कि वह लोग समझौता कम धमकी ज्यादा देने के लिए यहां आए थे। विपक्षियों का थाना में पहुंचना इस बात का ठोस सबूत है की गोराबाजार का चर्चित सिपाही एसएस यादव प्रत्यक्ष रूप से विपक्षियों से मिला हुआ है। इस संदर्भ में सीओ सिटी गौरव सिंह ने मीडिया को बताया कि करण्डा ब्लॉक के वीडीयो राजनाथ पाल पर हमला करने वाले लोगों की गिरफ्तारी हर हाल में होगी।यह एसपी सर के निर्देश पर क्राइम ब्रांच समेत शहर कोतवाली व करंडा थाने की पुलिस को इस मिशन में लगा दिया गया है।रात में नामजद आरोपित राहुल यादव व रामकिशोर यादव के मौजूदगी की सूचना बरवां गांव मे मिली थी। उसी सूचना पर टीम ने बरवां चोचकपुर गांव में छापा मारा था। वहां से दोनों नामजद आरोपी फरार तो फरार हो गए लेकिन वहां का प्रधान पकड़ा गया है। जिस का चालान कर दिया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी हेतु लगातार दबिश डाली जा रही है,जल्द ही उन्हें दबोच लिया जाएगा। रहा सवाल गोराबाजार के सिपाही का तो इस मामले में भी जांच कराई जाएगी यदि दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही होगी।साभार-डीएनए(डेली न्यूज एक्टिविस्ट