Ghazipur news:सीएमएसडी विभाग के घोटाले का जिन्न फिर आया बाहर

गाजीपुर-जिला अस्पताल के सीएमएसडी विभाग में एक और घोटाले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। इस बार अलादीन की चिराग को प्रमुख समाज सेवी गौरव सिंह शक्ति ने रगड़ कर बोतल से बाहर निकाला है। उन्होंने करोडों के इस घोटाले के संबंध में डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री समेत मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव को पत्र भेज दिया है। जनता दर्शन में प्रार्थना पत्र प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा०हरगोविंद सिंह को पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कर तत्काल कार्यवाही का निर्देश जारी कर दिया है। शिकायती पत्र में स्पष्ट रूप से अंकित किया गया है कि जिला अस्पताल के सीएमएसडी विभाग में दवा व अन्य सामानों की खरीदारी के दौरान होने वाले टेंडर में जबरदस्त पैमाने पर घोटाले बाजी की गई है।मुख्तार अंसारी के गुर्गे गुड्डू मियां की शह पर इस विभाग में दवा समेत कुर्सी, टेबल, अलमारी, लैपटॉप,प्रिंटर। व लैब मैटिरियल की खरीदारी होती है। इसमें कुछ चुनिंदा फर्मों को विभाग ने अपना आइडियल मना लिया है। जिसमें जिले की एक फर्म का नाम भी शामिल है। मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में उस फार्म का नाम भी अंकित किया गया है। साथ ही यह भी दर्शाया गया है कि गुड्डू मियां की आड़ में उक्त फर्म के मालिक ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सीएमओ डॉक्टर गोविंद सिंह को निर्देश दिया है कि वह उक्त प्रकरण की गंभीरता से जांच कर इस मामले में विभागीय कार्यवाही करें। क्योंकि मामला लंबे पैमाने पर हुए घोटाले का है इसलिए विभागीय अधिकारी भी अपना हर एक कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं।इस कार्यवाही में कोई निर्दोष न फंस जाए। इसे भी ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। गौरव सिंह शक्ति ने अपने शिकायती पत्र में जिले के जिस फर्म का नाम प्रमुखता से अंकित किया है उस फर्म के नाम पर सीएमएसडी विभाग में गिने-चुने कार्य हुए हैं।सरकारी खरीददारी में असली गोलमाल करने की आरोपी फार्म में ज्ञानेश मेडिकल स्टोर्स एकेएस कंपनी व हरदोई जिले की एक फर्म शामिल है। सूत्र बताते हैं कि यह तीनों फॉर्म वर्तमान में जिले के सीएमएसडी विभाग में अपनी पूरी धाक जमाए हुए हैं। यही तीनों फॉर्म कुर्सी, टेबल ,अलमारी से लगाए लैब मैटिरियल से संबंधित सभी सामानों की खरीदारी करते हैं। इन फर्मों के मालिकों की घुसपैठ विभाग के सभी उच्चधिकारियों तक है।एनएचएम घोटाले के तार भी सीएमएसडी विभाग से ही जुड़ा है। इस विभाग में आज तक सीबीआई का आना-जाना लगा है। विभाग के 2 कर्मचारियों समेत आशुतोष फार्मा के मालिक आशुतोष सिंह अभी तक जांच के घेरे में फंसे हुए हैं। सीबीआई इन सभी लोगों को पूछताछ के लिए अक्सर नोयडा बुलाया जाता है। कुल मिलाकर जिला अस्पताल सीएमएसडी विभाग पुर्व मे घोटाले की चर्चा में रहा है और वर्तमान में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संदर्भ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बताया कि विभाग के संबंधित सभी सामानों की खरीदारी सरकारी सरकार द्वारा जारी किए गए जेम पोर्टल के माध्यम से होती है। इस पोर्टल से कई प्रांतों के फॉर्म जुड़े हुए हैं। सरकारी दर पर ही खरीदारी की जाती है।इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए विभागीय टीम भी बनाई गई है। कुछ फर्मों की जांच की जा रही है, उसमें जिले की एक फर्म के अलावा कुछ और फर्म भी इस जांच में शामिल हैं। यदि जांच में दोषी पाए गए तो संबंधित को ब्लैक लिस्ट कर के उनके संचालकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।