गाजीपुर- काफी दिनों के बाद हमारे मित्र मियां बातूनी गोराबाजार स्थित गुड्डू की चाय की दुकान पर आज हमसे टकरा गए। मैं भी थोड़ा चूहलबाजी के मूड में था। इसलिए मैंने बातूनी को छेड़ते हुए कहा की पूरे प्रदेश में स्थानीय निकाय का चुनाव होने वाला है।ऐसे में आपको गाजीपुर नगर पालिका परिषद पर किस दल का कब्जा होता हुआ नजर आ रहा है ? मियां ने कुछ समय बाद कहना शुरू किया देखो मिंया मुझे नहीं लगता है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार अग्रवाल परिवार को मौका देगी। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने इससे पहले विनोद अग्रवाल को मौका दिया तथा उनके पश्चात उनकी पत्नी सरिता को मौका दिया। ऐसे मे मुझे नहीं लगता कि भारतीय जनता पार्टी उनको तीबारा मौका देगी। मैंने कहा ऐसा क्यों ? तो उन्होंने कहना शुरू किया देखो भारती जनता पार्टी विनोद अग्रवाल परिवार को फिर मौंका क्यों नहीं देगी उसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि भारतीय जनता पार्टी का जो परंपरागत मतदाता वर्ग है उसमें अब कई मजबूत दावेदार अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।भाजपा भी चाहेगी कि किसी नए चेहरे को मौका दिया जाए।मैने कहा भारतीय जनता पार्टी का नगर मे विनोद अग्रवाल से मजबूत,मिलनसार कोई अन्य चेहरा नजर नहीं आरहा है।मेरी बात खत्म होते ही मिंया बातूनी चालू हो गये और कहने लगे देखो समाजवादी पार्टी भी इस बार नगर पालिका परिषद पर कब्जा जमाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। समाजवादी पार्टी के सदर विधायक के करीबी लोगों ने बताया कि विधायक जी चाहते हैं कि किसी बनिया बिरादरी के मजबूत व्यक्ति को समाजवादी पार्टी के सिंबल से नगर पालिका परिषद गाजीपुर का चुनाव लड़ाया जाए। ऐसी परिस्थिति में समाजवादी पार्टी ने किसी बनिया वर्ग से उम्मीदवार उतार दिया तो भारतीय जनता पार्टी की राह मे काफी मुश्किल पैदा हो जाएगी।बसपा को लेकर लोगों की आमधारणा है सरिफ राईनी ही चेयरमैन पद के उम्मीदवार होगें लेकिन भरोसेमंद सूत्रों अनुसार यदि सरीफ अपने चुनाव नहीं लडेंगे तो किसी अपने को ही लड़ायेंगे वह कौन होगा यह तो समय ही बतायेगा।आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी ,समाजवादी पार्टी या बसपा किसे अपना नगर पालिका परिषद के चेयरमैन पद उम्मीदवार बनायेगी इसका तो पता भविष्य में चलेगा लेकिन सभी दावेदारों ने अपने-अपने दलों में दवा व दरबार लगाना शुरू कर दिया है।
