ग़ाज़ीपुर

Ghazipur News : चिन्मय भारत एकेडमी लखमीपुर में वार्षिकोत्सव ‘नवोन्मेष’का शानदार आयोजन

गाजीपुर::चिन्मय भारत एकेडमी लखमीपुर गाजीपुर का वार्षिकोत्सव ‘नवोन्मेष’ बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रो० कृष्ण कुमार सिंह, कुलपति महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा (महाराष्ट्र), अध्यक्ष प्रो० हरिकेश सिंह, पूर्व कुलपति जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा (बिहार), संस्थापक श्री दिनेश राय, प्रबंधक श्री पंकज राय तथा अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सर्वप्रथम आगंतुक अतिथियों का स्वागत संस्थापक श्री दिनेश राय, प्रबंधक पंकज राय तथा प्राचार्य संध्या राय ने अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया। प्रबंधक पंकज राय ने विद्यालय की वर्ष भर की उपलब्धियों से आगंतुक अतिथियों एवं अभिभावकों को अवगत कराते हुए अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के प्रति संकल्प को दोहराया। प्रबंधक पंकज राय ने अभिभावकों से इस बात के लिए वचनबद्धता जाहिर की कि आने वाले समय में एकेडमी के बच्चे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुए विद्यालय व जनपद का नाम रोशन करेंगें ।स्थापना से अब तक की 14 वर्षों की चिन्मय भारत एकेडमी की यात्रा वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से पेश की गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज विद्यालय के छात्र – छात्राओं के शानदार स्वागत नृत्य से हुआ। इसके उपरांत एकेडमी के लगभग 40 बच्चों ने मार्शल आर्ट और कराटे के हैरतअंगेज करतब दिखाकर सबको अचंभित कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अगली कड़ी में एकेडमी के बच्चों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना पर आधारित लाजवाब नृत्य ने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। नर्सरी से अपर नर्सरी तक के बच्चों द्वारा शाइनिंग स्टार व लयात्मक नृत्य ने खचाखच भरे प्रांगण में उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया। ‘टोका टोका’ व ‘रेट्रो नृत्य’ के द्वारा कक्षा 1 – 3 तक के छात्र छात्राओं ने खूब वाहवाही लूटी । कक्षा 9 की छात्रा साइमा व 11 के छात्र अंकित ने अपने एकल नृत्य से सबका ध्यान अपनी तरफ आकृष्ट किया।हास्य नाटक के द्वारा कक्षा 5 के छात्रों ने लोगों को नशा न करने के लिए प्रेरित किया ।कक्षा 5 से 12 तक के छात्र छात्राओं ने भारत के उ० प्र०, बिहार, बंगाल, पंजाब, राजस्थान आदि राज्यों के लोक नृत्यों का मनमोहक मंचन कर लघु भारत की छटा बिखेरी। जब कार्यक्रम पूरे शबाब पर था और लोग मस्ती में झूम रहे थे तभी पुलवामा में भारतीय सेना पर हुए आतंकी हमले में भारतीय सैनिकों की शहादत और वीर सैनिकों द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की नृत्य नाटिका की प्रस्तुति से माहौल को गंभीर और उत्साहमय करते हुए शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में बच्चों ने कलयुग, नारी शक्ति जैसे सामाजिक मुद्दों पर जोरदार नृत्य प्रस्तुति से एक बार पुनः सबको झूमने पर विवश कर दिया। एकेडमी की प्राथमिक संभाग की छात्रा अनन्या के एकल नृत्य पर दर्शक खड़े होकर देर तक तालियां बजाते रहे। जब लोगों को लगा कि अब कार्यक्रम समापन की ओर है तभी हारर और कामेडी युक्त जबरदस्त नृत्य प्रस्तुति ने एक बार पुनः सबको अचंभित कर दिया। इनके आलावा भारतीय व पाश्चात्य नृत्यों का संगम भी मंच की ओर लोगों को आकृष्ट करने में सफल रहा। कार्यक्रम के अंत में एकेडमी के संस्थापक दिनेश राय जी ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि तथा अन्य गणमान्य अतिथियों, अभिभावकों, बच्चों तथा एकेडमी के सभी कर्मचारियों के प्रति इस वार्षिकोत्सव को सफल और स्मरणीय बनाने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। देर रात तक चले विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने चिन्मय भारत एकेडमी के ‘नवोन्मेष 2024-25’ को यादगार बना दिया। आगंतुक मुख्यअतिथि, अध्यक्ष महोदय तथा अभिभावकों और दर्शकों ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम में आए अतिथियों का विद्यालय प्रांगण में स्वागत एकेडमी के समन्वयक अवतार बैसाख तथा बच्चों ने तिलक लगाकर और पुष्प वर्षा से किया। संचालन संदीप कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में अकादमी की छात्रा शुभांगी प्रधान, सृष्टि राय, अपूर्वा और निशांत ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय के लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जनपद के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के निदेशक, प्रबंधक और प्राचार्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विद्यालय परिवार की ओर से संस्थापक सर की धर्मपत्नी सरस्वती राय विद्यालय के कर्मचारी गण रश्मि राय, संजय पासवान, राजश्री पाण्डेय, नावेंद्र कुमार, प्रगति श्रीवास्तव, गौतम कुमार, प्रेमलता, रविंद्र कुमार, सुप्रिया कुशवाहा, अभिलाष सिंह, आकांक्षा मौर्य, रितेश तिवारी, आर एन विश्वकर्मा, तृप्ति पांडे ,एहसान अहमद, सिल्का दाश, संजय वर्मा, पूजा मौर्य, किरण विश्वकर्मा, कनकलता वर्मा, अंकित जायसवाल, सिमरन वर्मा, बाबूलाल बिन्द आदि लोग उपस्थित रहे।