Ghazipur news: बसंत पंचमी पर शुभ मुहूर्त में होलिका स्थापित हुई

गाजीपुर : सिधौना में रविवार को होलिका स्थापित की गई। शिवाजी मिश्रा ने बताया कि बसंत पंचमी के दिन होलिका स्थापित कर होली पर्व की शुरुआत हो गई है। होलिका बनाकर अगले चालीस दिनों तक होलिका दहन तक प्रतिदिन हर घर से गोबर के उपले, औषधीय लकड़ियां और ईंख के पत्ते, पेड़, गुड़ डाला जाएगा। बसंत पंचमी पर श्रद्धालुओं ने देवालयों में देवी देवताओं को अबीर गुलाल अर्पित कर लोक कल्याण की कामना की गई। पंचमी के दिन शिवालयों में अबीर चढ़ाकर उसी अबीर गुलाल को प्रसाद के तौर पर रख लिया गया है फिर होली के दिन इससे ही होली खेली जाएगी। काशी रंगमंच कला परिषद के अध्यक्ष कृष्णानंद सिंह ने बताया कि सृष्टि का निर्माण करने के बाद ब्रह्मा जी ने जब अपनी बनाई सृष्टि को देखा तो वह शांत नजर आई। इसके बाद ब्रह्माजी ने विष्णु के पास जाकर उनकी वीणा के स्वर से देवी सरस्वती का आहवाहन किया। करुणाशंकर मिश्र ने कहा कि अरंडी के पेड़ को मुख्य होलिका के तौर पर लगाया गया। होलिका को रक्षासूत्र से लपेटकर रोली लगाकर पूजन किया गया। हवनादि के बाद फागुनी गीत गाकर मंगल बसंत के आगमन की आगवानी की गई। आज से होलिका दहन तक इस पवित्र होलिका में आम, गूलर, नारियल, समी की लकड़ियों के साथ गन्ना और अन्य औषधीय लकड़ी, गाय गोबर के उपले डालकर फगुआ गीत गायन किया जाएगा। होलिका स्थापित कर सभी लोगों ने अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे को बधाई दी। बसंत पंचमी से फाग का गाना प्रारंभ हो गया। चंदन यादव, पंकज मिश्र, दीपक सिंह, अखिलेश मिश्र, रमा प्रकाश, अनिल सिंह, नीरज मिश्र रहे।