ग़ाज़ीपुर

Ghazipur News: मर्माहत जिला योजना समिति के सदस्य देंगे त्यागपत्र

गाजीपुर: वर्तमान समय जिला पंचायत की राजनीति में सब कुछ ठीक नहीं चल रही है।प्रभारी मंत्री के आगमन पर जिला योजना समिति की बैठक में तमाम जिला पंचायत सदस्यों/जिला योजना समिति के सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया था ।जिला पंचायत सदस्यों का आरोप था कि उन्हें समय से बैठक की सूचना नहीं दी गई।इस मुद्दे पर सफाई देते हुए जिलाधिकारी ने कहा “21 दिसंबर को जिला योजना समिति की बैठक होनी थी।इसकी जानकारी सदस्यों को दी गई थी लेकिन किन्हीं कारणों से बैठक स्थगित हो गई।4 जनवरी को प्रभारी मंत्री का आधिकारिक कार्यक्रम तय हो गया।इसकी सूचना सदस्यों को देकर बैठ बुलाया गया है। बैठक के प्रोटोकॉल का पालन किया गया है “। प्रभारी मंत्री ने भी बैठक में कहा कि आगे से ऐसी गलती नहीं होगी।दिनांक 7 जनवरी मंगलवार को असंतुष्ट जिला पंचायत सदस्य/सदस्य जिला योजना समिति आपस में जिलापंचायत सभागार में मीटिंग करेंगे।

ज़िला योजना समिति में कुल 26 सदस्य हैं इनमें से 23 ने अपने पद से इस्तीफा देने का मन बना लिया है ।जिला योजना समिति में कुल 26 सदस्यों में खेदन सिंह ,आकाश सिंह यादव, शैलेंद्र यादव, रंजीत यादव, भोलानाथ, प्रीतम कुमार पासवान ,शैलेंद्र, शशि प्रकाश, राजकुमार सिंह ,रेखा, शिव कुमारी, अकबरी खातून , रुखसाना, सुशीला देवी, भारत राम ,प्रियंका सरोज, देवेंद्र कुमार यादव ,महेश सिंह यादव, पुष्प लता ,आलोक कुमार, वंदना देवी, विद्या ,पारस ,नरेंद्र सिंह यादव, रंजना ,प्रमिला यादव शामिल है।इन 26 सदस्यों में से 23 सदस्यों ने 4 जनवरी को हुई जिला योजना समिति का की बैठक का बहिष्कार किया था।इसके बाद भी जिला योजना समिति की बैठक का कोरम पूरा दिखा दिया गया ।इन सदस्यों को कष्ट इस बात का है कि उनके बहिष्कार के दौरान किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति ने उनसे बात तक नहीं की जबकि उनकी उपस्थिति के बिना नियमानुसार बैठक का कोरमा पूरा ही नहीं होता है।जिला योजना समिति के सदस्यों का कहना है कि जिला योजना की बैठक में शामिल अधिकांश जनप्रतिनिधि पदेन सदस्य के तौर पर शामिल हुए।जिला प्रशासन ने निर्वाचित सदस्यों के बगैर ही को कोरम पूरा मान लिया तो फिर उनके सदस्य रहने का औचित्य ही क्या है ?  जिला पंचायत सदस्यों का कहना है कि जिला पंचायत की अध्यक्ष सपना सिंह भी उनके साथ नहीं खड़ी हुई जिससे सदस्य मर्माहत हुए। 7 जनवरी की दोपहर 12:00 बजे जिला पंचायत सभागार में असंतुष्ट सदस्य बैठक करेंगे और इसके बाद जिलाधिकारी से मिलकर जिला योजना समिति के सदस्य पद से इस्तीफा सौंप देंगे।