Ghazipur news: सभी कृषकों का फार्मर रजिस्ट्री करना अतिआवश्यक है – उप कृषि निदेशक

गाजीपुर 17 जनवरी, 2025:जनपद में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम वर्ष 2024-2025 के अन्तर्गत रबी 2025 में कृषको को नवीनतम् तकनीकी जानकारी देने के लिए प्रचार प्रसार के विभिन्न माध्यमो से कृषको को जागरूक करने के लिये एक दिवसीय मेले का आयोजन जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सपना सिंह की अध्यक्षता में कृषि विज्ञान केन्द्र पी०जी० कालेज गाजीपुर के प्रागंण मे किया गया। मेले में जनपद के किसान, कृषि, उद्यान, पशुपालन, सहकारिता, बैकर्स, एफ०. पी०ओ०, दुग्ध, यू०पी० डास्प, गन्ना, मत्स्य आदि विभागो के अधिकारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक उपस्थित रहे। मेले में उर्वरक, बीज, कृषि रक्षा रसायन, कृषि यन्त्र, गन्ना, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं निजी प्रतिष्यनों के द्वारा किसानो को नयी तकनीकी देने के लिये स्टाल भी लगाये गये।
उप कृषि निदेशक गाजीपुर द्वारा किसानो को विभागीय योजनाओ के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गयी। उनके द्वारा बताया गा कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिये सभी कृषको का फार्मर रजिस्ट्री कराना अति आवश्यक है बिना फार्मर रजिस्ट्री के पी०एम किसान के अलावा अन्य किसी भी योजनाओ का लाभ प्राप्त कर पाना सम्भव नही होगा। कृषक अपना आधार, खतौनी व आधार से लिंक मो०न० लेकर नजदीकी सहज जन सेवा केन्द्र पर जाकर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते है। इसके अलावा क्षेत्रीय कृषि विभाग के कर्मचारियो और क्षेत्रीय लेखपाल से सम्पर्क कर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते है।
कृषि वैज्ञानिक डा० ओमकार सिंह द्वारा फसलो को पाले से बचाने के उपायो पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी। उनके द्वारा फलदार वृक्षो के रख रखाव एव फलो के अधिक उत्पादन लेने के तरीको की वैज्ञानिक विधियो के बारे में भी बताया गया वही डा० शंशाक शेखर द्वारा मोटे अनाजो जैसे सावा, कोदो, मडुवा, कुटकी, बाजरा, ज्वार एवं मक्का की खेती के लिये एग्रोक्लाईमेटिक किस्मो के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गयी उनके द्वारा यह भी बताया गया कि एग्रोक्लाईमेटिक फसलो को लगाने से अच्छी उत्पादन प्राप्त होता है और मृदा स्वास्थ्य भी प्रभावित नही होता है। श्रीमती सपना सिंह द्वारा बताया गया कि जनपद में मोटे अनाज की खेती की वृहद सम्भावना है। कृषको को इसकी खेती को अपनाकर जिन्सो का अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकते है तथा इसके उपयोग से स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है। अन्त मे मेले का समापन उप कृषि निदेशक द्वारा कृषको एवं उपस्थित अधिकारियो का ध्न्यवाद ज्ञापित करते हुये किया गया।