आंगनबाडी केन्द्रों के निर्माण में लापरवाही पर सीडीओ नाराज

गाजीपुर – निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में देरी पर सीडीओ ने सख्त रुख अपनाया है। धनराशि जारी होने के बावजूद लापरवाही और लेटलतीफी पर जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई तो सभी सीडीपीओ और आरईएस के जेई को पूरी रिपोर्ट के साथ तलब किया है। वहीं किसी भी कीमत पर एक माह के भीतर आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण करके रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
सीडीओ हरिकेश चौरसिया ने गुरुवार को जिले में बन रहे आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति पर अधीनस्थों से मंथन किया। परियोजना निदेशक, डीडीओ, डीसी मनरेगा, आरईएस के जेई से पता चला कि करीब डेढ़ वर्ष पहले धनराशि जारी होने के बाद भी भवनों का निर्माण नहीं हुआ है। जिले में पिछले वर्ष करीब 196 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए धनराशि जारी की गई थी। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण पर आठ लाख रुपये कर निर्माण की जिम्मेदारी आरईएस को दी गई थी। कार्यदायी संस्था ने बकायदा टेंडर निकाला, आरईएस को डीपीओ कार्यालय की ओर से धनराशि स्थानांतरित की गई। तय समय सीमा के भीतर आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण करा दिया जाए, लेकिन ठेकेदार और अभियंता लापरवाही करने लगे। अधिकांश भवनों का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। जिला स्तरीय अधिकारियों की ओर से कई बार मानीटरिंग की गई, लेकिन भवन का निर्माण नहीं हुआ।
सीडीओ ने साफ लहजे में कहा कि हरहाल में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। जहां भी जो भी समस्या रहेगी उसे निस्तारित करने के लिए डीपीओ के नेतृत्व में समिति बनाएगी, जो प्रत्येक सप्ताह अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने संबंधित ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में बन रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में तेजी लाने के लिए ग्राम प्रधान, सचिव, रोजगार सेवक, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, जेई का मोबाइल नंबर सहित रजिस्टर में अंकित करने को कहा। डीपीओ को निर्देश दिया है कि 13 जुलाई को राइफल क्लब के सभागार में सभी सीडीपीओ और आरईएस के जेई को पूरी रिपोर्ट के साथ मौजूद रहें।