उजाले को तरसता गाजीपुर का विकास भवन

केबिल जलने से विकास भवन की बत्ती पांच दिनों से गुल है। इस वजह से जहां अधिकारी और कर्मचारी गर्मी में उलझन के बीच पसीना पोंछते हुए काम करते रहे, वहीं कंप्यूटर के बंद होने से अधिकांश कार्य ठप रहे।
इससे यहां विभिन्न कार्यों के लिए आने वाले लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। पांचवें दिन मंगलवार को भी पूरे दिन विद्युत विभाग के कर्मचारी बिजली की आपूर्ति दुरुस्त करने में जुटे रहे, लेकिन देर शाम तक आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी थी। जबकि अधिकारियों का कहना है कि देर रात केबिल बदल कर आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।
जिले के विकास के लिए जिम्मेदार विकास भवन की बिजली पांच दिनों से गायब है और जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं तो हालत समझी जा सकती है। बीते शुक्रवार को विकास भवन में बिजली आपूर्ति के लिए लगा भूमिगत केबिल जल गई थी। इससे आपूर्ति ठप हो गई। पहले दिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने सोचा कि शायद कहीं छोटा फाल्ट होगा और अब तब बिजली का दर्शन हो जाएगा, लेकिन 24 घंटे बाद भी विकास भवन की बिजली आपूर्ति चालू नहीं हो सकी। एक-एक दिन करके पांच दिन गुजर गए। कार्यालयों में पहुंचे कर्मचारी गर्मी से तर-बतर हो किसी तरह दिन काट रहे हैं
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