एससी-एसटी एक्ट में संसोधन के विरोध में मशाल जलूस

गाजीपुर-एससी-एसटी में संसोधन को लेकर विरोध के स्वर मुखर हो चले हैं। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के नेतृत्व में सोमवार को कासिमाबाद मे इसके विरोध में अस्तित्व बचाओ आंदोलन के तहत तहसील से मशाल जुलूस निकाला गया। इस दौरान केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। वक्ताओं ने इसे वोट के लिए सबसे घृणित कार्य बताया। जुलूस कासिमाबाद चौराहा, पुरानी बाजार, हरिशंकरी होते हुए थाने के सामने शिव मंदिर पर जाकर समाप्त हुआ। जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने आरोप लगाया कि एससी-एसटी एक्ट में संशोधन केवल वोट बैंक की गंदी राजनीति के लिए हुआ है। राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े दर्शाते हैं कि उक्त अधिनियम के प्रावधान के बाद देश की गैर अनुसूचित जातियों को उत्पीड़ित करने व उनके समाजिक सम्मान को गिराने के लिए हथियार के तौर पर प्रयोग हो रहा है। ऐसे में उच्च न्यायालय ने जांच के उपरांत मामला सही पाए जाने पर ही गिरफ्तारी का निर्देश दिया था। जिसे सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली केंद्र सरकार अनुसूचित जाति तुष्टिकरण का परिचय देते हुए संशोधन विधेयक प्रस्तुत किया। यह देश के 78 प्रतिशत गैर अनुसूचित तबके के लोगों के साथ धोखा है। उनका आक्रोश और आंदोलन तब तक रहेगा जब तक इसे वापस न ले लिया जाय। मशाल जुलूस के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो हम लोग उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष पंकज सिंह, भूपेंद्र सिंह, अशोक सिंह, ललन सिंह, दीना सिंह, हरिनारायण सिंह, विशाल सिंह, अमित सिंह, मिथिलेश सिंह, चंचल सिंह, राजेश सिंह आदि मौजूद थे।

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