और उसकी जान बचाने के लिए धन्यवाद डा०अनुपमा
गाजीपुर-सिंह लाइफ केयर हॉस्पिटल में स्थापित ब्लड बैंक आज एक मौत और जिंदगी से जूझ रहे मरीज को जीवन देने में कामयाब रहा। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि मरीज बबिता उम्र 25 वर्ष पत्नी पिंटू यादव निवासी ज़मानिया ग़ाज़ीपुर कल सिंह लाइफ केयर हॉस्पिटल में इमरजेंसी की हालत में आयी। सबसे पहले हॉस्पिटल की डॉ. अनुपमा सिंह ने मरीज का जरुरी उपचार करने के बाद पेशाब की जाँच एवं अल्ट्रासाउंड करने के बाद उनको पता चला की मरीज दो माह की गर्भवती भी है एवं मरीज को ruptured ectopic pregnancy की बीमारी है। डॉ. अनुपमा सिंह ने बताया की सामान्यतः भ्रूण का विकास बच्चेदानी में होता है लेकिन इस बीमारी में भ्रूण नली के अंदर (फेलोपियन ट्यूब ) में ही भ्रूण रुक जाता है एवं वही विकसित होने लगता है लगभग 6 से 10 सप्ताह के बीच नली पतली होने के कारण एवं भ्रूण के बढ़ने से नली फट जाती है जिससे काफी मात्रा में रक्तस्राव पेट के अंदर होता है जिससे मरीज को पेट में असहनीय दर्द होता है एवं ब्लूडप्रेशर कम होने लगता है इस स्थिति में अगर मरीज को तुरंत खून न चढ़ाया जाय एवं ऑपरेशन न किया जाय तो मरीज की जान भी जा सकती है लेकिन अस्पताल में ब्लड बैंक खुल जाने से मरीज को तुरंत खून चढ़ाया गया। जिससे ऑपरेशन करने में काफी सहूलियत हुई और मरीज की जान बचायी जा सकी। हॉस्पिटल प्रबंधक ने बताया अभी मरीज की हालत में सुधार हो रहा है।