गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए कानून बनाये सरकार-जलपुरुष

गाजीपुर- द प्रेसिडियम इंटरनेशनल स्कूल अष्टभुजी कालोनी में ग़ाज़ीपुर के बुद्धिजीवियों के साथ गंगा की अविरलता , निर्मलता पर एक वृहद् चर्चा हुई।
इस परिचर्चा में श्री राजेंद्र सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा की अविरलता को बनाने के लिए गंगा के संरक्षण व प्रबंधन के लिए कानून बनाना चाहिए तथा माँ गंगा की उपरी धाराओं अलखनंदा, मन्दाकिनी पर बन रहे चार बांधों को तत्काल प्रभाव से रोक जाए क्योंकि यह पूरा क्षेत्र बहुत ही संवेदन शील क्षेत्र है।

चर्चा को आगे बढ़ाते हुए श्री रामधीरज जी ने कहा की गंगा में वाराणसी से हल्दिया तक गंगा में जल परिवहन को लेकर सोलह बैराज बनाये जा रहे है जिससे गंगा का प्राकृतिक प्रवाह रुकेगा। गंगा कटान बढ़ेगा तथा खेती नष्ट होगी।

इस अवसर पर ईश्वर चंद्र , मनोज राय, श्री कान्त पाण्डेय जी, अमिटेशचंद्र जी ने अपने विचार व्यक्त किया। रश्मि शाक्य जी ने गंगा जी की महिमा को गीत के माध्यम से प्रस्तुत कर के श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गायत्री परिवार के प्रबंधक सुरेन्द्र सिंह जी ने व संचालन माधव कृष्णा ने किया । इस अवसर पर ब्रज भूषण दुबे, सुजीत सिंह प्रिंस , रामूर्ति राइ, अफज़ल, ज्योति भूसण, संतोष जैसवाल, सुधीर प्रधान, व अन्य उपस्थित थे ।

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