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गाजीपुर- अच्छा या बुरा महसूस करें भाजपाई ?

गाजीपुर- 3 नवंबर को एसडीएम सैदपुर कार्यालय के बाहर एसडीएम अनिरूद्ध सिंह के खिलाफ भाजपाईयों द्वारा दिया गया धरना आखिरकार उनके लिए कारगर साबित हुआ और रविवार को उपजिलाधिकारी अनिरूद्ध सिंह का स्थानांतरण सदर तहसील के लिए कर दिया गया। इस तबादले को भाजपाई भले ही अपनी जीत के रूप में लें लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें जिले के सबसे प्रमुख तहसील की कमान देकर एक प्रकार से उनका रूतबा ही बढ़ाया है। क्योंकि सदर तहसील में आमतौर पर काफी तेज तर्रार अधिकारी को ही कमान दी जाती है। ऐसे में अनिरूद्ध सिंह को ये कमान मिलने से इसी बात के कयास जोरों पर हैं। वहीं कुछ लोगों का भी यही कहना है कि उनके कार्यकाल में सैदपुर में जिस तेजी से पुराने से पुराने मुकदमे निस्तारित हुए, वो सराहनीय है। बहरहाल, बीती रात एसडीएम अनिरूद्ध सिंह के तबादले का आदेश आया, जिसके बाद सोमवार को उन्होंने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। प्रशिक्षु आईएएस प्रभास कुमार को लखनऊ का मुख्य विकास अधिकारी बनाए जाने के बाद से ही सदर तहसील में एसडीएम का पद खाली चल रहा था। गौरतलब है कि एसडीएम अनिरूद्ध सिंह के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी समय से असंतोष चल रहा था। जिसके बाद 3 नवंबर को उन्होंने तहसील मुख्यालय में ही उनके खिलाफ धरना दिया था। हालांकि उन्होंने एसडीएम के तबादले के लिए धरना नहीं किया था लेकिन ये भी खबर पुष्ट है कि अंदरखाने में ही कई भाजपा नेता उनके स्थानांतरण में लगे हुए थे। बहरहाल, अभी सैदपुर तहसील खाली है और यहां कौन आएगा ये स्पष्ट नहीं है। फिलहाल जखनियां एसडीएम के पास चार्ज है।

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