गाजीपुर-अजान रोकने वाले की विडिओ बनायेगा अल्पसंख्यक और सौंपेगा कोर्ट को

गाजीपुर-अजान पर अघोषित प्रतिबंध को लेकर आक्रोशित अल्पसंख्यक समाज एक नई लड़ाई छेड़ने के मूड में आ गया है।अघोषित अजान पर प्रतिबंध को लेकर गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी ने पहले तो प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग किया। इसके बाद सांसद अफजाल अंसारी ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर स्वत संज्ञान लेकर मौलिक अधिकारों के रक्षा के लिए अपने पत्र को ही याचिका मांनने का अनुरोध किया। इसमें तकनीकी बाधा आने के कारण अल्पसंख्यक समज ने एक नई रणनीति अपनाया है। तकनीकी बाधा यह है की जब भी हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में कोई मौलिक अधिकार का हवाला दे कर याचिका फाईल करेगा तो जनपद का सर्वोच्च अधिकारी होने के नाते कोर्ट जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को ही जबाब दाखिल करने के लिए तलब करेगा और वहां यह अधिकारी ऐसे किसी आदेश देने से ही इनकार कर देगें। ऐसी परिस्थिति में कोर्ट याचिका को मिनटों मे खारिज कर देगी। इस तकनीकी बाधा को दुर करने के लिए गाजीपुर के अल्पसंख्यक समुदाय ने एक नायाब तरीका खोज निकाला है। वह नायब तरीका क्या है इस पर ग्राम चौकियां विकास खण्ड सदर गाजीपुर निवासी आफताब आलम ने बताया है कि हम अब मस्जिदों में अजान देंगे और जो भी हमें अजान देने से रोकने आयेगा वह प्रशासनिक अधिकारी होगा या पुलिस का अधिकारी/कर्मचारी होगा उसका विडिओ कई लोग चारों तरफ़ से घेर कर बनायेंगे। यही विडिओ मान्नीय न्यायालय में प्रमाण के तौर पर प्रस्तुत करेंगे। विडिओ में उपस्थित अधिकारी/कर्मचारी ही बतायेगा की उसने किसके आदेश से अजान को रोका है। अब सबसे बडा़ सवाल यह है की अपनी नौकरी की बलि कौन देगा ?