गाजीपुर- अब मौत मिले या न्याय-बोधा जयसवाल

गाजीपुर-बहुत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि गरीबों के हक के लिए, भ्रष्टाचार के खिलाफ हम अपना घर छोड़ रहे हैं। जब तक न्याय नहीं मिलता, कोई कार्यवाही नहीं होती तब तक हम अपने घर नहीं आएंगे। हम बोधा जायसवाल समाजसेवी सरकार के किसी भी दरबार में जाएंगे, जहां से भी हमें न्याय मिले। हो सकता है कि हमें जेल भेजा जाए, हम जेल भी जाएंगे, हो सकता है कि आपसे हमसे हमारा मोबाइल संपर्क टूट सकता है क्योंकि जेल जाने के बाद हमारी मोबाइल जप्त कर ली जाएगी। हमें केवल सभी क्षेत्रवासियों,ग्राम वासियों से आशीर्वाद चाहिए। यह लड़ाई लड़ने के लिए, हम यह लड़ाई अपने पूरे तन मन धन से लड़ रहा हूं। भ्रष्टाचार का खुलासा होकर रहेगा। यह बात हम आम जनता को अनेकों बार बता चुका हूं अब देखिए आगे क्या होता है। जनहित में जारी जय हो स्वामी सहजानंद सरस्वती। उपरोक्त बातें ग्राम देवा (दुल्लहपुर) जनपद गाजीपुर के समाजसेवी बोधा जयसवाल जी ने लिखा है- ग्रामसभा देवा के समाजसेवी बोधा जयसवाल बिगत कई वर्षो से ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार के खिलाफ कई तरीकों से लड़ाई जड़ रहे है उनके संघर्ष का ही परिणाम है कि अधिकारीयों ने बोधा के लगाये गये आरोपों की जाँच की और उनके आरोप को सत्य पाया। प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधान के खाते को सीज़ कर रिकवरी का आदेश दिया लेकिन अभी तक रिकवरी नहीं हुई। बोधो ने जब ग्राम सभा में स्थापित स्वामी सहजानंद सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष आत्मदाह की घोषणा किया तो गाजीपुर जनपद का प्रशासन खडबडा गया। कल 8 नवंबर को बोधा जयसवाल नें व्हाट्सएप ग्रुप” वीरों की धरती गाजीपुर” में एक अति भावपूर्ण मैसेज डाला जिसे आप पोस्ट के शुरुआत मे ही पढ चूके है। आज 9 नवंबर की सुबह गाजीपुर टुडे के एडिटर इन चीफ ने मैसेज पढने के के बाद जब बोधा जयसवाल के मोबाइल नं० 9455414019 पर सम्पर्क करना चाहा तो नहीं हुआ। फिर मैने उसी व्हाट्सएप में बोधा जी को अपने मोबाइल नं० 9452980894 पर सम्पर्क करने का मैसेज डाला कुछ देर बाद बोधा जी का फोन आया। उन्होंने बताया कि आज जिलाधिकारी गाजीपुर ने मुझे मिलने हेतू बुलाया है मै 10 डीएम कार्यालय पंहुचूगा। यदि न्याय नहीं मिला तो सरजू पान्डेय पार्क मे धरने पर बैठ जाऊंगा इसके लिए मै रजाई, कम्बल ,गद्दा और दो जोडें कपडा लेकर निकल रहा हुँ। अब जबतक न्याय नहीं मिलेगा मै अपने घर देवां नहीं लौटूंगा।