गाजीपुर-अभी तक आपने रुपया, पैसा, सोना-चांदी, कार ,ट्रक, बस, स्कूटर इत्यादि चोरी या गुम होने की खबर अखबारों में पड़ी होगी या एफआईआर की भी बात आपने सुनी होगी, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि गाजीपुर शहर में सैकड़ों बीघा जमीन गुम हो गई और नगरपालिका के जिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारियों सहित अब तक हुए किसी चेयरमैन को इस बात का पता तक नहीं चला। जी हां हम बात कर रहे हैं गाजीपुर शहर में कभी सैकडों विगहा में फैले सैकड़ों की संख्या में निर्मित सार्वजनिक शौचालय अथवा बम पुलिस के जमीन की। उत्तर प्रदेश शासन को गाजीपुर नगर पालिका द्वारा भेजी गई एक रिपोर्ट के अनुसार गाजीपुर शहर में सैकडों बमपुलिस यानि सार्वजनिक सौचालय थे। एक-एक सौचालय के नाम 5 विस्वा से लेकर 1 विगहा जमीन थी।बमपुलिस की सैकड़ों बीघा जमीन नगरपालिका के लापरवाह और भ्रष्ट कर्मचारियों के चलते वह सैकड़ों बीघा जमीन को धरती निगल गई या आसमान खा गया इसका कुछ अता पता नहीं है।प्रख्यात समाज सेविका और समर्पण संस्थान की संचालिका सविता सिंह से जब बात किया गया तो उन्होंने बताया कि सिकंदरपुर बुजुर्ग में ही शास्त्री जी के प्रतिमा के पीछे 01बीघा 7 बिस्वा बमपुलिस की जमीन थी लेकिन भूमाफियाओं ने नगरपालिका और राजस्व कर्मियों से मिली भगत कर के बेच दिया।मामले का खुलासा उस समय हुआ जब उस जमीन से सटे नगरपालिका ने उनकी संस्था को दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए जमीन आवंटन किया और वह जब वहां वह कब्जा लेने गयी तो वहां नगर पालिका की जमीन के नाम पर मात्र कुछ विस्वा बची जमीन देख कर चकरा गयी। शासन द्वारा दिव्याग बच्चों के विद्यालय हेतू आवंटित हुए जमीन पर कब्जा लेने हेतू आज भी समाज सेविका सविता सिंह शासन, प्रशासन,नगरपालिका और भ्रष्टाचार मे लिप्त राजस्व कर्मियों से पत्राचार करते-करते थक तो गयी है लेकिन हार नहीं मना है। न जाने कितने, डीएम, एसडीएम, तहसीलदार व नगरपालिका के ईओ आये और चले गये लेकिन भ्रष्टाचारियों का बाल भी बांका नहीं कर सके।
