ग़ाज़ीपुर-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से अबैध वसूली के लिए बदनाम आईसीडीएस यानि समन्वित बाल विकास परियोजना के द्वारा गुरूवार को विकास भवन में पोषण मिशन योजना को सफल बनाने के लिये एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन विकास भवन मे किया गया था। जिसमें जनपद के सभी सीडीपीओ और सुपरवाइजर को इस कार्यक्रम में समय से उपस्थित होने के लिए पूर्व में ही निर्देशित कर दिया गया था। इसके बावजूद प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने के काफी देर बाद बहुत सारी सीडीपीओ और सुपरवाइजर प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित हुईं। इस लेटलतीफी को नवागत डीपीओ अरुण कुमार दुबे ने बेहद गंभीरता से लेते हुए देर से आईं सादात की सावित्री सिंह, जखनियां की पुष्पा श्रीवास्तव, तारा सिंह, नसीरून्निशां, सुशीला सिंह, शोभा देवी, आशा सिंह, बाराचंवर की सुशीला देवी, फूलमती भारती, कासिमाबाद की शोभा रानी मोहम्मदाबाद की बिंदु देवी व भाग्यमणि जायसवाल को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। डीपीओ ने कहा कि यदि इन सभी 12 लोगों का जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो सभी का 1 दिन का वेतन काटा दिया जाएगा। वर्षों से प्रभारी डीपीओ के अधीन रह कर अबैध वसूली को ही अपना कार्य मानने वाली सीडीपीओ,सुपरवाइजर और अबैध वसूली के मास्टर माइंड बाबूओं में नवागत डीपीओ के कडे तेवर से हडकंप मचा हुआ है।
