गाजीपुर-का हो छठी माई बंहगी ना लचकी का ?

गाजीपुर- कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए सरकार और प्रशासन द्वारा त्यौहारो पर प्रतिबंध लगाए जाने से सुदूर शहरों/महानगरों मे नौकरी, काम करने वाले अपने गांव आने का इरादा बदल रहे है। आगामी दशहरा दिवाली और छठपूजा में बड़ी संख्या में शहरों में बसे ग्रामीण अपने घरों को लौटते है। कई शहरवासी तो सालभर में एक बार ही दशहरा दिवाली या छठपूजा पर अपने घरों को आते है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासनिक प्रतिबंध से सभी त्यौहार फीके और औपचारिक ही रह गये है। इसलिये कई शहरी पारिवारिक लोग इस वर्ष इन त्यौहारो पर घर आने का इरादा टाल रहे है। हालांकि रेलवे ने इन त्यौहारो पर लोगों के आवागमन के लिए कई सारी पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर रही है। ग्रामीण इलाकों में रामलीला का मंचन और दशहरा दुर्गापूजा का मेला प्रतिबंधित होने के बाद छठपूजा भी सार्वजनिक रूप से नही मनाए जाने की आशंका में व्रती महिलाएं अपने घरों में सीमित संसाधनों से ही पूजा करने की तैयारी कर रहीं है। दूर शहरों में बसे लोग बड़ी संख्या में इन वार्षिक त्यौहारो पर सहयोग पर्यटन और आनंदोत्सव के लिए अपने घरों को आते है। आगामी त्यौहारो में रौनक गायब रहने और फीका पड़ने से शहर से लोग कोरोनाकाल में सुदूर यात्रा कर अनावश्यक रूप से गांव आना नही चाह रहे है।