गाजीपुर-कोटेदारों के लूटेरे घुंम रहे है लग्जरी वाहनों में रईस बन कर

गाजीपुर- एक तरफ कोटेदारों द्वारा कार्डधारकों के साथ घटतौली की शिकायतें मिल रही हैं तो दूसरी तरफ कोटेदारों संग भी घटतौली के मामले आ रहे हैं। ये मामले किसी और द्वारा नहीं बल्कि वितरित करने के लिए प्राप्त राशन की बोरियों में सामने आ रहे हैं। कोरोना महामारी के चलते निःशुल्क राशन वितरण में कोटेदारों को ऊपर से मिल रही राशन की बोरियो में निर्धारित मात्रा से कम राशन होने से क्षेत्र के सभी कोटेदार परेशान हैं। जिससे उनके सामने अंत में शेष बचे कार्डधारकों को यूनिट के अनुसार राशन उपलब्ध कराना मुश्किल हो गया है।।

कोटेदारों का कहना है कि यह खेल उनके साथ काफी पहले से ही खेला जा रहा है। विभाग से शिकायत के बावजूद कोटेदार कार्डधारकों व अधिकारियों की नजर में गलत ही होता है। मामला कुछ यूं है कि पिछले दिनों कबीरपुर (बहरियाबाद)के कोटेदार रामबली राम के दुकान पर वितरण के दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि श्याम सुन्दर जायसवाल पहुंचे। जिनसे कोटेदार ने वितरण के लिए प्राप्त चावल की प्रत्येक बोरी में चावल की अंकित मात्रा से कम होने की शिकायत करते हुए चावल के शॉर्ट होने की बात की तो ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने रखे बोरियों का वजन कराया तो प्रत्येक बोरियो में निर्धारित मात्रा 50 किग्रा के बजाय 43 किग्रा से लेकर 48 किग्रा तक ही मय बोरी निकले।

इस बात का विश्वास न होने पर प्रधान प्रतिनिधि क्षेत्र के दो और कोटेदारों के दुकानों पर पहुंचे और प्राप्त चावल की बोरियों का वजन कराया तो वहां भी कोटेदारों की वही शिकायत और बोरियों के वजन की वही स्थिति रही। कहा कि ऐसा होने की स्थिति में राशन वितरण के अंत में राशन का शॉर्ट होना स्वाभाविक है। गौरतलब है कि प्रत्येक बोरी में अगर 2-3 किग्रा भी राशन कम हुआ तो करीब 200 बोरियों में कुल 4 से 6 कुंतल राशन कम हो जाएंगे। जो कोटेदार की एक बहुत बड़ी समस्या है।

कोटेदारों का कहना है कि जनपद के सभी गोदामों की यही स्थित है। गजीपुर टुडे ने जब कई कोटेदारों से इस संदर्भ मे बात किया सभी कोटेदारों की यहीं समस्या सामने आयी। कोटेदार के इस शोषण का जिम्मेदार जनपद का बिपणन बिभाग और गोडाउन मालिक है। कोटेदारों ने अपना नाम नहीं छापने की सर्त पर बताया कि जनपद मे स्थित सभी गोदामों का यही हाल है,हम तो जनता में चोर और डकैत बने है लेकिन असली डकैत तो बिपणन विभाग और गोडाउन मालिक है। हम अपनी सिकायत किस से करें ? हमे लूट कर गोडाउन मालिक चार पहिया और लग्जरी वाहनों से चल रहे है और हम चोर-लूटेरे का लेबल लगा कर समाज मे बैठे हुए है।

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